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सूदखोरी गैंग के जाल में फंसकर ब्लैंक चैक से ब्लैकमेल हो रहे जरूरतमंद

  • पुलिस के कैंपेन से आई हिम्मत, सावधान संस्था के बैनरतले एसपी से मिले पीड़ित
  • एसपी तेजस्विनी गौतम ने किया आश्वस्त, पुलिस उठाएगी सख्त कदम

आरएनई, बीकानेर।

बीकानेर कमोबेश हर दिन हो रही आत्महत्या के कारणों में से एक जो सबसे प्रमुख है वह है सूदखोरों के चंगुल में फंसने के बाद कभी न निकल पाने से उपजी छटपटाहट। ऊंची ब्याज दर और चक्रवृद्धि ब्याज के ऐसे फार्मूले इन सूदखोरों ने बना रखे हैं कि एक बार इनसे उधार लेने वाला पूरी जमापूंजी लुटाने, हाड़तोड़ मेहनत कर कमाने के बाद भी कर्जमुक्त नहीं हो पाता। सूदखोर दबंग और राजनीतिक रसूख वाले हैं। ऐसे में कई लोग इतना निराश हो जाते हैं कि जीवन समाप्त कर लेते हैं।


यह दर्द उन लोगों का है जो कर्ज लेने के बाद इसके भारी-भरकम ब्याज और कभी न खत्म होने वाले चक्रवृद्धि ब्याज में फंस चुके हैं। कर्ज से तंग आने के बाद अब ये पुलिस से गुहार करने पहुंचे है। पुलिस से गुहार की यह हिम्मत भी आईजी ओमप्रकाश और एसपी तेजस्विनी की ओर से चलाये गए एक कैंपेन के बाद आई है। इस कैंपेन में आईजी ने बीकानेर में स्पेशल टीम बनाई है। जो ऐसे कोई भी मामले आने जहां प्रताड़ित करने वाले के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करती है वहीं कर्जदार या पीड़ित को दिलासा देने के साथ ही काउंसलिंग भी करती है।


सावधान संस्था के दिनेश भदौरिया के साथ एसपी से मिलने पहुंचे पीड़ितों और फरियादियों ने पूरी आपबीती सुनाई। एसपी तेजस्विनी गौतम ने आश्वस्त किया कि पुलिस तुरंत और सख्त कदम उठाएगी। निर्दोष को परेशान करने वालों को नहीं बख्शेगी।


सावधान संस्था के दिनेश भदौरिया ने कहा, संस्था ने आत्महत्या रोकने के लिए मुहिम चलाई है और ऐसे लोगों की मदद करने को आगे आ रहे हैं जो सूदखोरों के जाल में फंस गए हैं।

इन्हें पुलिस की ओर से गठित विशेष दल और हैल्प लाइन की तरफ से त्वतिर मदद पहुंचाई जा रही है। ऐसे में अब सूदखोरों के पांव के नीचे से जमीन खिसकने लगी है। पीड़ित शिकायत करने पुलिस तक पहुंच रहे है।