इस बार सुनो कहानी में चंचला पाठक ने सुनाई कहानियां, दोनों कहानियां दर्शन के तत्त्वों से परिपूर्ण थी, श्रोता भाव विभोर
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ऊर्जा थियेटर सोसायटी के अनूठे साहित्यिक आयोजन ‘ सुनो कहानी ‘ में इस बार कवयित्री, कथाकार ने अपनी दो कहानियों का पाठ किया। दोनों कहानियों को सुन श्रोता भाव विभोर हो गये।
चंचला पाठक ने मणिकर्णिका व अकथ कहानियों का पाठ किया। दोनों कहानियां दर्शन के धरातल पर गुंथी हुई थी। श्रोता जहां दर्शन की गहराई को एक तरफ पकड़ने में सफल रहा वहीं उसके मन मे कई जिज्ञासाएं भी जागी। किसी भी कहानी की सफलता का आधार भी यही होता है। यथार्थ के धरातल पर खड़ी कहानी जब गहरे दर्शन की निष्पत्ति करती है तो उसमें उत्सुकता चरम पर रहती है। ये विशेषता चंचला की दोनों कहानियों में थी। श्रोताओं ने पूरी गंभीरता से इन कहानियों को सुना।
कहानी पाठ के बाद श्रोताओं ने अपनी जिज्ञासाएं भी रखी और अच्छी चर्चा हुई। श्रोताओं में दीपचंद सांखला, हरीश बी शर्मा, अमित गोस्वामी, असित गोस्वामी, प्रभात गोस्वामी, रश्मीराय रावत, नवल व्यास, संजय आचार्य वरुण, इरशाद अजीज, सुरेश पूनिया आदि उपस्थित थे। ऊर्जा थियेटर सोसायटी के अशोक जोशी ने बताया कि इस श्रृंखला में अब तक अनिरुद्ध उमट, मधु आचार्य आशावादी, हरीश बी शर्मा, संजय पुरोहित आदि कहानी पाठ कर चुके हैं।