
वार्षिकोत्सव के मुख्य अतिथि के रूप में हुए शामिल, ऑडिटोरियम व हॉस्टल का किया लोकार्पण
- माननीय राज्यपाल बागडे का तेजास्थली मूण्डवा (नागौर) का दौरा
- केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल विकास एवं उद्यमिता (स्वतंत्र प्रभार) चौधरी भी रहे मौजूद
RNE, NAGAUR.
माननीय राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव बागडे शनिवार को मारवाड़ मूण्डवा स्थित वीर तेजा महिला शिक्षण संस्थान के वार्षिकोत्सव के मुख्य अतिथि के रूप में तेजास्थली पहुंचे। जहां हैलीपेड पर राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष सीआर चौधरी ने उनका अभिनंदन किया। राज्यपाल बागडे के साथ केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल विकास एवं उद्यमिता (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी भी आएं।
भामाशाहों द्वारा निर्मित भवनों का किया लोकार्पण
राज्यपाल बागडे ने पूनम कुलरिया व धर्म कुलरिया द्वारा नवनिर्मित संत दुलाराम कुलरिया व संत पदमाराम कुलरिया आडिटोरियम तथा सुरेश राठी द्वारा नवनिर्मित आयचुकी देवी गंगाराम राठी हॉस्टल भवनों का लोकार्पण किया।साथ ही माधव दास मोदी द्वारा बीपीएड कॉलेज के भवन निर्माण का शिलान्यास भी किया।
उत्कृष्ट कार्य करने वाली प्रतिभाओं को किया सम्मानित
राज्यपाल बागडे ने वीर तेजा महिला शिक्षण संस्थान के वार्षिकोत्सव के मुख्य अतिथि के रूप में उत्कृष्ट कार्य करने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित करने के उन्होंने अपने सम्बोधन में लोक देवता वीर तेजाजी को याद करते हुए महिला शिक्षा को समर्पित संस्थान की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुझे अच्छा लगा कि बिना किसी लाभ के यह संस्थान संचालित हो रहा है, यहां हर जाति-धर्म की बालिकाएं यहां शिक्षा प्राप्त कर रही है।
बागङे ने कहा कि लङकिया किसी से कम नहीं है और वर्तमान में बच्चियां ज्यादा आगे बढ रही हैं। उन्होंने बालिकाओं से कहा कि अच्छा अभ्यास करें, इसी की जरूरत है।
अभी हाल ही में एलन मस्क ने कहा है कि अमेरिका में अच्छे इंजीनियर की जरूरत है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्हें टैलेंट चाहिए और यह टैलेंट भारत में है। भारत में दुनियाभर का सबसे अधिक टैलेंट था और है।
राज्यपाल ने कहा कि जिसके पास कौशल होगा, उसे रोजगार मिल जाएगा, इसलिए भारत सरकार कौशल विकास का प्रशिक्षण दे रही है। हमारे हाथ में हाथ में कला है तो सफल होंगे। बच्चों से कहा कि शारीरिक शक्ति बढाओ, इतनी बढाओ कि दूसरों को डर लगना चाहिए। अपना कौशल और बौद्धिक क्षमता बढाने वाला ही आगे जाएगा।
इस पूर्व केन्द्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने बच्चों के कार्यक्रम की सराहना की। उन्होने कहा कि यह संस्थान मेरे लिए किसी मंदिर से कम नहीं है। चौधरी ने कहा कि राजस्थान की धरती में कुछ खास है, सीमित संसाधनों में मेहनत करके आगे बढ रहे हो। यहां एक दूसरे के सहयोग की भावना है। यही भारतीयता है, राष्ट्र वाद है।
उन्होंने कहा कि भारत का कामगार दुनियाभर में प्रसिद्ध है। इसलिए कौशल विकास के क्षेत्र में भारत सरकार काम कर रही है। उन्होंने नागौरी पान मैथी का जिक्र करते हुए कहा कि फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में बङी संभावनाएं हैं।
संस्थान के संरक्षक व राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष सीआर चौधरी ने कहा कि बागडे का महाराष्ट्र में डेयरी सहकारिता आंदोलन में महत्ती भूमिका निभाई जिससे हम भी सीखें सकते हैं उन्होंने स्वर्गीय भवरसिंह डांगावास को याद करते हुए उनके विज़न की सराहना की साथ ही बालिका शिक्षा में योगदान के लिए भामाशाहों का अभिनंदन किया।
कार्यक्रम में जिला कलक्टर अरुण कुमार पुरोहित, पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस, कार्यकारी अध्यक्ष संजीव सिंह डांगावास, सचिव सुखराम फिड़ौदा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामाकिशन झिंझा, सदस्य जस्साराम धोलिया, पुखराज धोलिया, रामनिवास कापड़ी, खींवराज कापड़ी, भंवराराम सियाक, गेनाराम बिडियासर, दौलतराम गोदारा, भंवराराम चोयल, सीताराम ताडा, प्रकाश भंवरिया, प्रशासक ऊषा चौधरी, निदेशक शीला दत्ता ,कार्यकारणी सदस्य ,जिला स्तरीय अधिकारीगण, संस्थान प्रबंधन एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।