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रंग आनंद 2025: नाट्य समारोह होगा नाट्य गुरु डॉ अर्जुन देव चारण के सानिध्य में, शुरुआत होगी आशीष देव चारण, जोधपुर निर्देशित नाटक ‘ गवाड़ी ‘ से

  • 4 नाटक होंगे बीकानेर के निर्देशकों के

RNE Special.

हर साल होने वाले ‘ रंग आनंद नाट्य समारोह ‘ में इस बार मंचित होने वाले नाटकों की संख्या 3 से बढ़कर 5 हो गई है। इस बार बीकानेर के 4 रंग निर्देशक इस समारोह में अपनी प्रस्तुतियां देंगे। एक प्रस्तुति रम्मत, जोधपुर की होगी। डॉ अर्जुन देव चारण लिखित ‘ गवाड़ी ‘ नाटक का मंचन जोधपुर के रंगकर्मी आशीष देव चारण के निर्देशन में करेंगे।

इस समारोह की शुरुआत ही इस बार ‘ गवाड़ी ‘ नाटक से होगी। सबसे बड़ी बात है कि इस बार का नाट्य समारोह को नाट्य गुरु, नाटककार, निर्देशक डॉ अर्जुन देव चारण का सानिध्य मिलेगा। वे पूरे समारोह में उपस्थित रहेंगे। समारोह का उद्घाटन भी डॉ चारण ही करेंगे।

पहला दिन– 17 फरवरी:

इस दिन रम्मत, जोधपुर का नाटक ‘ गवाड़ी ‘ मंचित होगा। डॉ अर्जुन देव चारण के लिखे इस नाटक का निर्देशन आशीष चारण ने किया है। नाटक 4 मित्रों के इर्द गिर्द की कहानी है, जिसमें उनके आसपास घटित होने वाली घटनाओं को उभारा गया है। इस माध्यम से शिक्षा, राजनीति, समाज सहित सभी क्षेत्रों की विद्रूपताओं पर करारा प्रहार किया गया है। व्यक्ति से व्यक्तिगत होने तक की कथा इस नाटक में है। इस तरह के कथानक राजस्थानी नाटकों में बहुत कम सामने आये हैं।

दूसरा दिन– 18 फरवरी:

इस दिन सेठ तोलाराम बाफना एकेडमी की तरफ से के पी सक्सेना लिखित नाटक ‘ गज फुट इंच ‘ रोहित बोड़ा के निर्देशन में मंचित किया जायेगा। ये नाटक एक बिजनेस मेन के परिवार के इर्द गिर्द बुना गया है। डिजिटल युग में किस तरह से विसंगतियां उभरती है, उसका चित्रण नाटक में है। हास्य के धरातल पर लिखा गया यह नाटक काफी रोचक है।

तीसरा दिन– 19 फरवरी:

इस दिन ऊर्जा थियेटर सोसायटी रिजवान जहीर उस्मान लिखित नाटक ‘ बंदूक ‘ का मंचन अशोक जोशी के निर्देशन में करेगी। इस नाटक में हिंसा – अहिंसा को लेकर सवालों के उत्तर ढूंढने की कोशिश की गई है। बंदूक की संस्कृति पर प्रहार करता है ये नाटक।

चौथा दिन– 20 फरवरी:

इस दिन संकल्प नाट्य समिति वनमाला भवालकर लिखित नाटक ‘ उधार का पति ‘ का मंचन दीपंकर चौधरी के निर्देशन में करेगी। दिखावे और झूठ को इस नाटक में केंद्र बनाया गया है और उसके हश्र पर प्रहार किया गया गया। हास्य – व्यंग्य के धरातल की यह रचना बहुत चर्चित है।

अंतिम दिन– 21 फरवरी:

इस दिन यू एस एकेडमी रफी शब्बीर लिखित नाटक ‘ बाबा शेखचिल्ली फेसबुक वाले ‘ का मंचन उत्तम सिंह के निर्देशन में करेगी। नाटक ढोंगी बाबाओं पर विनोदी भाव से प्रहार करता है।