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सत्ता व विपक्ष का गतिरोध चिंताजनक, पूर्व अध्यक्षों की राय, कैलाश मेघवाल, दीपेंद्र सिंह का कहना है रास्ता निकाल सदन चलाएं

RNE Network

विधानसभा के बजट सत्र में आया गतिरोध टूटने के बजाय दोनों पक्षों के नेताओं के बयानों के कारण लगातार उलझता ही जा रहा है। इस कारण एक विषम राजनीतिक स्थिति बन गयी है।सत्ता व विपक्ष अपनी अपनी बात पर अड़े हुए हैं और झुककर रास्ता निकालने को तैयार नहीं। अब तो ये गतिरोध जनता को भी अखरने लगा है। जनता भी इसका निदान चाहती है। उसका मानना है कि दोनों पक्षों को थोड़ा झुककर बीच का रास्ता निकालना चाहिए। क्योंकि नुकसान नेताओं व राजनीतिक दलों का नहीं, जनता व प्रदेश का हो रहा है।

अब इस विषय मे दो पूर्व विधानसभा अध्यक्षों ने भी अपनी राय प्रकट की है। जिसमें एक अध्यक्ष भाजपा शासनकाल के कैलाश मेघवाल हैं तो दूसरे कांग्रेस शासनकाल के दीपेंद्र सिंह है। इनकी भी राय सदन का गतिरोध दूर करने की है।

तीनों पक्ष साथ बैठें: मेघवाल

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व भाजपा के दिग्गज नेता रहे कैलाश मेघवाल का कहना है कि इस प्रकरण में गलती किसकी है, इस पर कुछ कहना नहीं है मुझे। वे कहते हैं, विधानसभा अध्यक्ष, सत्ता पक्ष एवं विपक्ष, तीनों पक्ष एक साथ बैठ जाएं तो गतिरोध टूट जायेगा। इससे जनहित में समाधान हो जायेगा।समझौता कर सदन चलायें:: दीपेंद्र

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व कांग्रेस के दिग्गज नेता दीपेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि सदन में जो चल रहा है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। परंपरा यह रही है कि मिल बैठकर समाधान निकालें। शेखावत का कहना है कि विधानसभा अध्यक्ष तभी सदन चला पाता है, जब दोनों पक्ष सहयोग करें। इस कारण दोनों पक्ष समझौता कर सदन चलायें।