
Bikaner : मुनाफे के लोभ में बीकानेर के खाने को बदनाम कर रहे मिलावटखोर!
- स्वाद के नाम पर हो रहा खिलवाड़, छापों में हो रहे खुलासे
RNE Bikaner.
खाने, खिलाने के शौकीन लोगों का शहर माना जाता है बीकानेर। यहां के निवासी तो मिठाई, नमकीन के स्थायी उपभोक्ता है ही यहां आने वाले भी चखे बिना नहीं जाते। इतना ही नहीं देश-दुनिया में यहां की मिठाई, नमकीन बड़े चाव से मंगाई-खाई जाती है लेकिन अब इस साख को बट्टा लगता नजर आ रहा है। लगता है मुनाफाखोरों को मिलावट और अमानकता से भी परहेज नहीं रहा। जहां खाने का सामान बनता है वहां के हालात भी हैरान करते हैं।दरअसल स्वास्थ्य विभाग की टीमें इन दिनों खाद्य पदार्थ निर्माताओं-विक्रेताओं के यहां जांच का अभियान चलाए हुए हैं। आमतौर पर त्योहारों के दिनों में ऐसे अभियान चलते हैं। हैरानी की बात यह है कि ये टीमें जहां पहुंच रही है वहीं कुछ न कुछ खामियां मिल रही है।
मसलन, बीती रात स्वास्थ्य टीमें जयनारायण व्यास कॉलोनी के रेस्टोरेंट ‘भूख लगी है’ पहुंची। यहां देखा किचन में चूहे दौड़ रहे है और अवधिपार मैदा रखा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पुखराज साध की अगुवाई वाली टीमों ने देखा कि रेस्टोरेंट पर फूड सेफ्टी डिस्पले बोर्ड नहीं लगा हुआ था। पेस्ट कंट्रोल करवाने के बावजूद परिसर में चूहे तथा मक्खियां थीं। फूड हैंडलर्स का मेडिकल रिकार्ड संधारण नहीं किया जा रहा था। रेस्टोरेंट एरिया में फूड लाइसेंस डिस्प्ले नहीं किया जा रहा था। ब्रेड बन पर एक्सपायरी तिथि का उल्लेख नहीं था। टमैटो कैच अप आदि की बोतलों पर कैप नहीं लगी थी। ड्रेनेज सिस्टम सही तरीके से काम नहीं कर रहा था, प्रिपेयर्ड फूड पर टैगिंग नहीं की जा रही और किचन में डस्टबिन खुले मिले। रेस्टोरेंट में भोजन बनाने में काम में लिए जाने वाले पानी की जाँच रिपोर्ट उपलब्ध नहीं थी।लगभग 50 किलो अवधि पार मैदा काम में लिया जा रहा था जिसे नष्ट करवाया तथा 2 किलो काम में लिए जा रहे बेसन पर निर्माण तिथि तथा अवधि पार तिथि अंकित नहीं थी उसे भी नष्ट करवाया गया। उपरोक्त कमियों को देखते हुए बेसमेंट में एफएसएसएआई के गाइडलाइन के अनुसार पूर्णतया मरम्मत नहीं हो जाती तब तक के लिए अग्रिम आदेशों तक बेकरी निर्माण इकाई पर रोक लगाई गई। मौके पर ही इंप्रूवमेंट नोटिस जारी किया गया तथा कमियों को तुरंत सुधारने के निर्देश प्रदान किए गए। उपरोक्त कार्रवाई में दही, पनीर, तेल तथा चटनी के कुल 4 नमूने लिए गए। कार्रवाई में खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेंद्र कुमार, श्रवण कुमार वर्मा, भानु प्रताप सिंह तथा राकेश कुमार गोदारा शामिल रहे।
शनिवार को स्वास्थ्य टीमें बीछवाल इलाके में छानबीन कर रही है। यहां सेठिया फैक्ट्री पर चल रही जांच में रसगुल्लों की गुणवतता, उपयोग में लिया जा रहा मेटेरीयल आदि परखा जा रहा है।