
सोशल मीडिया तोड़ रहा परिवार, 3 गुना बढ़े तलाक, तलाक लेने वालों में 35 प्रतिशत से अधिक 20 से 35 वर्ष के
RNE Network
सोशल मीडिया के प्रभाव से वैवाहिक समस्याएं, बेवफाई, संघर्ष, ईर्ष्या, तनाव और तलाक जैसी समस्याएं बीते तीन साल में तेजी से बढ़ी है।एडजुआ लीगल्स गूगल एनालिटिक 2025 की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई, कोलकाता, लखनऊ, हैदराबाद जैसे शहरों में हाल के वर्षों में तलाक के आवेदनों में तीन गुना वृद्धि देखी गई है। कम्प्यूटर्स इन ह्यूमन बिहेवियर में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन में राज्य दर राज्य तलाक दरों की तुलना प्रति व्यक्ति फेसबुक एकाउंट से की गई। अध्ययन में सोशल मीडिया के उपयोग को विवाह की गुणवत्ता में कमी का बड़ा कारण माना गया।
शहरीकरण का बढ़ता तनाव:
व्यस्त जीवनशैली तनाव पैदा करती है क्योंकि यहां रिश्ते संभालने के लिए बहुत कम समय बचता है। लंबे समय तक काम, नोकरी का दबाव, वित्तीय चुनोतियाँ व पारिवारिक जिम्मेवारियों में कमी अक्सर अलगाव की वजह बनती है।राज्य जहां सर्वाधिक है तलाक दर:
( राज्य व तलाक दर प्रति हजार )
- महाराष्ट्र — 18.7
- कर्नाटक — 11.7
- प बंगाल — 8.2
- दिल्ली — 7.7
- तमिलनाडु — 7.1
- तेलंगाना — 6.7
- केरल — 6.3
- राजस्थान — 2.5
( आंकड़े सितम्बर 2024 तक )