
रणथंभौर में बाघिन एरोहैड की तबीयत बिगड़ गई, पेट के दांयी तरफ एक फोड़ा हो रहा है, उपचार शुरू
RNE Network.
देश विदेश के पर्यटक सवाई माधोपुर के रणथंभौर में बड़ी संख्या में आते हैं। ये पर्यटक यहां बाघ व बाघिन को देखने के लिए सफारी करते हैं। दूसरे देशों के राजनयिक भी इस इलाके में घूमने के लिए आते हैं।रणथंभौर की प्रसिद्ध बाघिन टी – 84 यानी एरोहैड का वन विभाग की टीम ने मंगलवार देर शाम को ट्रेंकुलाइज कर उपचार किया। जानकारी के अनुसार उसके पेट के दायीं ओर एक फोड़ा हो रहा था। वन विभाग की टीम ने झालरा वन क्षेत्र में बाघिन को ट्रेंकुलाइज कर बाघिन का उपचार किया। साथ ही मवाद के सैम्पल भी लिए।