
पहली बार राजकीय शिक्षण संस्थाओं में ही होगी परीक्षा, पेपर लीक रोकने के लिए एनटीए ने यह फैसला किया है
RNE Network.
पेपर लीक को रोकने के लिए इस बार एनटीए ने नीट यूजी परीक्षा को लेकर भी बड़ा बदलाव किया है। पिछली बार के कटु अनुभव के बाद पहली बार नया निर्णय इस परीक्षा को लेकर किया गया है।नीट यूजी – 2025 पहली बार देशभर के सरकारी शिक्षण संस्थाओं में कराने की तैयारी की जा रही है। 4 मई को होने वाली इस परीक्षा में देश भर में करीब 25 लाख स्टूडेंट बैठेंगे। नीट 2024 में पेपर लीक और अन्य गड़बड़ियों के सामने आने के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ( एनटीए ) ने बड़ा बदलाव किया है।
अब तक नीट यूजी का आयोजन सीबीएसई से सम्बद्ध स्कूलों में ही किया जाता रहा है। सिटी कॉर्डिनेटर भी प्राइवेट स्कूलों से ही बनाया जाता रहा है, लेकिन इस बार बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। नीट सिटी कॉर्डिनेटर भी प्राइवेट स्कूल प्रमुख को न बनाकर केंद्रीय विद्यालय के प्रिंसीपल को बनाया गया है। केवी को इसलिए प्राथमिकता दी गई है कि यह केंद्र सरकार के अधीन है और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होने पर सरकारी कार्मिक की जिम्मेवारी तय की जा सकेगी।
वहीं राज्य सरकार को एनटीए महानिदेशक की तरफ से पत्र भेजा गया था। इसकी पालना में ही राज्य में सरकारी शिक्षण संस्थाओं को परीक्षा केंद्र बनाए जाने की तैयारी की जा रही है।