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भागवत धर्मांतरण पर बोले, लालच या डर से धर्म मत बदलो, संघ प्रमुख ने कहा, हमें खुद को बचाना होगा

RNE Network.

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने धर्मांतरण के मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि लोगों को लालच या डर के प्रभाव में धर्म नहीं बदलना चाहिए।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक भागवत ने कहा कि हमें रोजमर्रा की जिंदगी में लालच और प्रलोभन का सामना करना पड़ सकता है। इन प्रलोभनों की वजह से हम अपने धर्म से दूर हो सकते हैं। हमें याद रखना चाहिए कि धर्म ही सभी को खुशी की ओर ले जा सकता है।भागवत ने महाभारत का जिक्र करते हुए कहा कि तब कोई धर्म परिवर्तन करने वाला नहीं था। गुजरात के वलसाड में सुदुरुधाम में उन्होंने एकजुटता का संदेश देते हुए कहा कि हमें पता है कि एक कैसे होना है और हम एक होना चाहते हैं। हम लड़ना नहीं चाहते। लेकिन हमें खुद को बचाना होगा। इसके लिए प्राचीनकाल से ही व्यवस्थाएं है।भागवत ने कहा कि भारत धर्म की भूमि है। जब समाज मे धार्मिक आचरण बढ़ता है तो देश भी उठ खड़ा होता है। पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। हमें इन धार्मिक केंद्रों को मजबूत बनाना है।