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Heat Wave in Rajasthan : बीकानेर में पारा फिर 44 पार, सड़कों पर सन्नाटा, लू के थपेड़ों से झुलस रहे राहगीर!

RNE Bikaner.

राजस्थान में  गर्मी प्रचंड रूप लेती जा रही है। अप्रैल महीने में  मई-जून से भी ज्यादा गर्मी पड़ रही है। खासतौर पर पश्चिमी राजस्थान बुरी तरह तप रहा है। बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, बाड़मेर, चूरू जिलों में लू के थपेड़ों ने सड़कों पर सन्नाटा कर दिया है। जरूरी काम से जो राहगीर बाहर निकल रहे हैं वे चेहरे, सिर सहित पूरा शरीर ढंक रहे हैं। इसके बावजूद काफी तादाद में  लोग गर्मीजनित बीमारियांे की चपेट में आ रहे है। इन सबके बीच प्रशासन हाई अलर्ट मोड पर आ गया है। जैसलमेर के जिला कलेक्टर ने स्कूलों के समय में परिवर्तन का आदेश दिया है।स्कूल सुबह 11 बजे तक:

जैसलमेर के जिला कलेक्टर प्रतापसिंह ने भीषण गर्मी देखते हुए उच्च प्राथमिक स्तर तक के विद्यार्थियों के लिये स्कूलों का समय सुबह 07ः30 से 11 बजे तक कर दिया है। कलेक्टर प्रतापसिंह ने यह आदेश शिक्षा निदेशक बीकानेर की ओर से 09 अप्रैल को जारी एक आदेश के संदर्भ में  किया है। निदेशक ने प्रदेशभर के कलेक्टर्स को यह अधिकार दिये हैं कि मौसम को देखते हुए वे छात्रहित में स्कूलों के समय में परिवर्तन करने का निर्णय ले सकते हैं।बीकानेर में भी प्रचंड गर्मी, क्या कलेक्टर लेगी निर्णय!

दूसरी ओर बीकानेर में भी गुरुवार दोपहर तक पारा 44.4 डिग्री तक पहुंच गया। अभी कुछ दिन और लू के हालात रहने की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है। ऐसे में  अब सवाल उठ रहा है कि क्या बीकानेर की कलेक्टर नम्रता वृष्णि गर्मी के हालात को देखते हुए स्कूली बच्चों को राहत देने का निर्णय लेगी। क्या बीकानेर में उच्च प्राथमिक स्तर तक के बच्चों के लिए स्कूलों का समय परिवर्तन होगा?दोपहर में ये गर्मी के तेवर:

दोपहर साढ़े तीन बजे तक बीकानेर में पारा सबसे ज्यादा 44.4 डिग्री पर पहुंच गया। इस वक्त यह प्रदेश में  सबसे गर्म स्थान बन गया। इसके बाद संभाग के चूरू में 44, जैसलमेर में 42, श्रीगंगनागर में 41.6, जैसलमेर में 42 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ। गौरतलब है कि एक दिन पहले जैसलमेर में पारे ले 46 का आंकड़ा छू लिया था।