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कैडबरी जेम्स की तरह ‘ डोलो ‘ खाते हैं भारतीय, अमेरिका के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ पल का वायरल ट्वीट, जिस पर छिड़ी बहस

RNE Network.

हल्का बुखार हो, सिरदर्द या बदन दर्द या फिर थकान, डोलो – 650 की गोली देश की सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली दवा रही है। खासकर कोविड – 19 के दौर में। लेकिन एक बार फिर इस गोली की चर्चा सोशल मीडिया पर छाई हुई है।दरअसल अमेरिका में रहने वाले गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ प्लानियप्पन मनिकम उर्फ डॉ पल ने ट्वीट किया , ‘ भारतीय डोलो – 650 को कैडबरी जेम्स की तरह लेते हैं।’ सोशल मीडिया के लिए यह मजेदार था और साथ ही सच भी, इसीलिए सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे हाथोंहाथ लिया। नतीजा यह हुआ कि ट्वीट वायरल हो गया और इसे लेकर मीम पोस्ट किए जाने लगे। वहीं, अंधाधुंध इस्तेमाल पर गम्भीर बहस भी छिड़ गई।कोविड – 19 की दूसरी लहर से चली डोलो – 650 में 650 मिलीग्राम पैरासिटामोल होता है – 500 मिलीग्राम की आम खुराक से अधिक है। एक हेल्थकेयर रिसर्च फर्म के अनुसार, कोविड – 19 की दूसरी लहर के दौरान डोलो – 650 की बिक्री आसमान छू गई थी।2022 में फेडरेशन ऑफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रजेंटेटिव्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर एक जनहित याचिका में डोलो – 650 निर्माताओं पर गोली को बढ़ावा देने के लिए डॉक्टरों को 1000 करोड़ के मुफ्त सामान बांटने का आरोप लगाया था। जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने भी इसे एक गंभीर मुद्दा बताया था।