
बीकानेर स्थापना दिवस : गणेशजी मंदिर में चंदा उड़ाया,कल सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होगा
RNE Bikaner.
बीकानेर स्थापना दिवस का उत्साह शहर में चारों ओर नजर आने लगा है। हर दिन कुछ खास आयोजन हो रहे हैं वहीं पतंगबाजी का दौर भी चल रहा है। इसी कड़ी में रविवार को श्री लक्ष्मीनाथ जी मंदिर के सामने स्थित श्री गणेश जी मंदिर में “चंदा उत्सव” का आयोजन किया गया।
इस मंदिर को बीकानेर का पहला गढ़ माना जाता है। मतलब यह की बीकानेर की स्थापना यहीं हुई थी। ऐसे में गढ़ गणेश से उड़े चंदा।
जब आकाश में गुड़का लेने लगा तो एक सुर में बोल फूटे :
“आकाशां में उड़े म्हारो चंदो -लखमीनाथ मारी सहाय करें,
सदा खुशहाली रेवे शहर में -अन्न धन रो भंडार भरे।”
इसके साथ ही “गवरा दादी पून दे- टाबरियो रो चंदो उड़े” “बोई काटा है” उद्घोष भी गूँजे।
श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर विकास एवं पर्यावरण समिति के इस आयोजन में बीकानेर के सुप्रसिद्ध चंदा कलाकारों -ब्रजेश्वर व्यास अनिल बोड़ा,कृष्ण चंद्र पुरोहित , गणेश व्यास,पवन व्यास लोकेश व्यास, अभिषेक बोड़ा, हरेंद्र बोड़ा, चंद्रमोहन हर्ष, मोहित पुरोहित, आदित्य पुरोहित, डॉ राकेश किराड़ू ने विभिन्न संदेश लिखे हुए चंदे उड़ाए।
समिति के सचिव सीताराम कच्छावा ने बताया कि “चन्दा -महोत्सव” में अतिथि जिला उद्योग संघ अध्यक्ष द्वारका प्रसाद पचीसिया,वरिष्ठ भाजपा नेता जे.पी. व्यास प्रदेश सेवा दल उपाध्यक्ष कमल कल्ला,शहर कांग्रेस महासचिव राहुल जादुसंगत तथा आमजन ने परंपरागत चंदा उड़ा कर बीकानेर नगर की खुशहाली की कामना की।
कार्यक्रम में शिव चंद तिवाड़ी,विनोद महात्मा,राजेश छंगाणी,महेंद्र सोनी,शैलेश आचार्य,शिव प्रकाश सोनी, निर्मल आचार्य, हनुमंत आसोपा,घनश्याम महात्मा, हरि प्रकाश सोनी, ,शशि दरगड़, अनिल सोनी ,एस.एन. आचार्य,आज़ाद पुरोहित,हेमन्त शर्मा आदि मौजूद रहे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम निरस्त :
समिति के सचिव सीताराम कच्छावा ने बताया कि जिला प्रशासन, बीकानेर सहयोग से दिनांक 28 अप्रेल सोमवार को होने वाले “सांस्कृतिक कार्यक्रम ” को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कारण निरस्त कर दिया गया है।