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Bikaner Loksabha : कांग्रेस के उम्मीदवार तय नहीं, नेता सक्रिय, कौन रोकेगा अर्जुन का रथ

बीकानेर सीट पर कांग्रेस पिछड़ी, न उम्मीदवार तय न नेता सक्रिय, हार की हताशा हावी, भाजपा मिटा रही दूरियां

आरएनई,बीकानेर। 

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने 5 दिन पहले अपने 195 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। इनमें राजस्थान के भी 15 उम्मीदवार शामिल थे। उन 15 में बीकानेर की संसदीय सीट भी घोषित हुई। एससी के लिए आरक्षित इस सीट पर भाजपा ने बिना समय गंवाये चौथी बार फिर से केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को उम्मीदवार बनाया है। जिनकी जीत का ग्राफ लगातार तीन चुनाव में तेजी से ऊंचाई की तरफ ही गया है।भाजपा के 5 दिन पहले उम्मीदवार तय होने के बाद भी कांग्रेस की तरफ से कुछ हलचल नहीं है। न उम्मीदवार को लेकर स्थिति स्पष्ट है और न ही विधानसभा वार बड़े नेता सक्रिय है। कार्यकर्ताओं की सक्रियता तो चिंता का विषय है। वे अब तक विधानसभा चुनाव की हार से उबर ही नहीं पाये हैं। हार की हताशा ने उनको निष्क्रिय कर दिया है।

जबकि पिछली राज्य सरकार में यहां से तीन मंत्री थे और तीन नेताओं को ही मंत्री पद का दर्जा मिला हुआ था। उसके बाद भी कांग्रेस 7 में से 6 सीट बुरी तरह से हार गई। एक सीट भी जो जीती उसमें भी सहानुभूति का बड़ा असर रहा।
नोखा की सीट पर दिग्गज किसान नेता रामेश्वर डूडी की धर्मपत्नी सुशीला डूडी जीती है। रामेश्वर डूडी के गम्भीर बीमार होने के कारण चुनाव उनकी पत्नी को लड़ना पड़ा। नोखा की जनता की सहानुभूति डूडी के साथ थी और उनका क्षेत्र की जनता से गहरा जुड़ाव था, ये दोनों चीजें काम आई।कांग्रेस अभी उम्मीदवार को लेकर मंथन ही कर रही है जबकि भाजपा अपने मुख्य चुनाव कार्यालय व हर विधानसभा क्षेत्र में संगठन को सक्रिय कर चुकी है। चुनाव अभिकर्ता, संचालन समिति, अन्य समितियों का गठन कर चुकी है और चुनावी कार्य शुरू हो गया है। अर्जुनराम मेघवाल खुद भी सक्रिय हो गये हैं। रूठों की संख्या इस बार न के बराबर है और छोटी मोटी जो दूरियां थी वो भी मिटा ली गई है। टेबिल वर्क पहले ही पूरा कर लिया गया। सोशल मीडिया की टीम ने काम भी आरम्भ कर दिया। कांग्रेस से भाजपा चुनावी तैयारी में काफी आगे निकल चुकी है।दूसरी तरफ कांग्रेस अभी तय ही नहीं कर पाई है कि टिकट गोविंद मेघवाल, सरिता मेघवाल, मदनगोपाल  मेघवाल, मोडाराम मेघवाल, रेवंतराम में से किसको दिया जाये। जिसे मिलेगा उसे चुनावी तैयारी में कम समय मिलेगा। इस सूरत में मजबूत भाजपा उम्मीदवार अर्जुनराम से कैसे कांग्रेस मुकाबला करेगी, बड़ा सवाल है। अब तक की स्थिति में तो भाजपा बहुत आगे निकल गई है, ये साफ दिख रहा है।

— मधु आचार्य ‘ आशावादी ‘