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सचिवालय कर्मचारियों ने मुख्य सचिव सुधांशु पंत से ऑनलाइन अटेंडेंस सिस्टम लागू ना करने का अनुरोध किया

RNE, BIKANER .

सचिवालय कर्मचारियों के लिए एक एप्प आफ़त साबित हो रहा है। एप्प से परेशान सचिवालय कर्मचारियों ने इस पर कड़ा विरोध जाहिर करते हुए मुख्य सचिव सुधांशु पंत से ऑनलाइन अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम लागू नहीं करने का अनुरोध किया है।ये हैं पूरा मामला

दरअसल ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली की शुरुआत से कर्मचारियों को अपने कार्यालय में आते और जाते समय ऐप पर क्रमशः ‘मार्क-इन’ और ‘मार्क-आउट’ दबाकर अपनी उपस्थिति दर्ज करनी होगी। ‘कर्मचारियों को ऑफिस से बाहर जाने पर भी ऐप पर अपना समय अंकित करना होता है।राजएसएसओ-एएमएस ऐप के माध्यम से सरकारी कर्मचारियों के लिए ऑनलाइन उपस्थिति प्रबंधन प्रणाली शुरू करने के लिए प्रशासनिक सुधार विभाग (एआरडी) द्वारा मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) को भेजे गए प्रस्ताव पर कर्मचारी संघों ने आपत्ति जताई है।कर्मचारियों में भय की भावना

अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने सरकार के प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा कि निरीक्षण के नाम पर बिना किसी उचित कारण के अनुपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित करके कर्मचारियों में भय की भावना पैदा की गई है।

ये दिया देरी का तर्क

कई बार ऑफिस में देरी से पहुंचने का कर्मचारियों ने तर्क भी दिया है। कर्मचारियों का कहना है कि सुबह शहर में 10 किमी की दूरी तय करने में एक घंटा लगता है। सरकार को यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए कार्यालय समय के दौरान मुख्य सड़कों पर भारी वाहनों की आवाजाही रोकनी चाहिए।प्रत्येक चौराहे को पार करने में 7-10 मिनट का समय लगता है। कई जगहों पर निर्माण कार्य की वजह से ट्रैफिक डायवर्ट हो जाता है। राठौड़ ने कहा, यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के बजाय सरकार कर्मचारियों पर अत्याचार करने के लिए ऐसे तानाशाही तरीके अपना रही है।