Skip to main content

Ahmedabad plane Crash Survivor : प्लेन क्रैश में बचे इकलौते शख्स “विश्वास कुमार” से मोदी मिले, सब बताया, सुनकर दिल-दहल गया

रिंकू हर्ष

RNE, NETWORK.

12 जून का दिन इतिहास के काले पन्नो में लिखा जाएगा। अहमदाबाद से लंदन की ओर जा रहा विमान अपने साथ ढेरों खुशियां, नई उम्मीदों और अपनों से मिलने की उम्मीद के साथ टेक ऑफ किया था। लेकिन कुदरत को क्या मंजूर था कि महज दो मिनट में ही विमान डॉक्टर्स हॉस्टल पर जा गिरा और खुशियां मातम में तब्दील हो गई।

 

मंजर इतना भयावह था कि पूरा क्षेत्र चीख पुकार से गूंज उठा। अपने अपनों का इंतजार करते रह गए। इस भीषण हादसे में इकलौते बचे शख्स विश्वास कुमार ने इस ख़ौफ़नाक मंजूर का आँखों देखा हाल सुनाया।

काल के गाल से लौटे विश्वास कुमार ने जो बताया उससे दिल सहम उठा :

गुजरात के अहमदाबाद से लंदन के गैटवीक एयरपोर्ट जा रहा प्लेन (AI-171) टेक ऑफ के 1 मिनट भीतर ही अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास क्रैश हो गया। इसमें क्रू मेंबर समेत कुल 242 लोग सवार थे जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी मौजूद थे। ऐसे में विश्वास कुमार इस भयावह हादसे में बचे एक लौते शख्स है। विश्वास कुमार से आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल में मुलाक़ात की। उन्होंने नरेंद्र मोदी को सब बताया। और शायद यह सुनकर नरेंद्र मोदी खुद भौचक्के रह गए होंगे । विश्वास ने डीडी न्यूज के रिपोर्टर से बात की और उनके सभी सवालों का जवाब दिया।

रिपोर्टर : प्रधानमंत्री मोदी जी ने आपसे क्या पूछा ?

विश्वास : सर ने पूछा कि कैसे हुआ, तो मैंने उनको सब बताया। उन्होंने मेरा हालचाल भी पूछा

रिपोर्टर : क्या आप बता सकते है कि ये हादसा कैसे हुआ ? क्योंकि आपका बचना एक चमत्कार सा है !

विश्वास : मेरी नजरों के सामने ही सब हुआ। मुझे खुद को विश्वास नहीं होता कि मैं कैसे उसमें से जिंदा बाहर निकला। मुझे लगा कि मैं भी मरने वाला हूं मगर जब मेरी आंख खुली तो मैने अपने आप को जिंदा पाया। मैने कोशिश की और अपनी सीट बेल्ट निकाली। मैने बाहर का रास्ता देखा और विमान से निकल गया। मेरी आंखों के सामने सभी बेहोश पड़े थे।

रिपोर्टर : जैसे ही टेक ऑफ हुई फ्लाइट तब क्या हुआ था ?

विश्वास : टेक ऑफ के तुरंत बाद, 5-10 सेकंड के लिए ऐसा लगा जैसे मै फंस गया हूं। अचानक प्लेन में हरि और सफेद बत्ती चालू हो गई। फिर प्लेन को तेज गति से हवा में लाने के लिए पायलट ने जोर से रेस दी (फ्लाइट का गियर लगाया)। फिर प्लेन सीधा मेडिकल हॉस्टल के बिल्डिंग में जा भिड़ी। सब मेरे आंखों के सामने हुआ।

रिपोर्टर : आप कब बाहर निकले ?

विश्वास : में जिस साइड बैठा था वो हॉस्टल के अंदर लैंड नहीं हुई थी। वह हॉस्टल के ग्राउंड फ्लोर में लैंड हुई थी। मेरी साइड में नीचे सतह थी और विमान का दरवाजा टूटा हुआ था। फिर मैंने निकलने की कोशिश की और निकला गया। पता नहीं मैं कैसे बच गया।

रिपोर्टर : आप पैदल चलकर आए ?

विश्वास : हां, मैं पैदल चलकर आया। और जब आग लगी तब मेरा बायां हाथ भी जल गया। फिर मुझे एम्बुलेंस उठाकर लेकर आई।

रिपोर्टर : इलाज कैसा हो रहा है ?

विश्वास : इलाज बहुत अच्छे से हो रहा है। यहां के लोग बहुत मदद करते है। बहुत अच्छे से ध्यान रखते है ।