Skip to main content

राम मंदिर में कुल 45 किलो सोने का हुआ है इस्तेमाल, ध्वजारोहण का काम अक्टूबर में

RNE Network.

अयोध्या धाम में बन रहे राम मंदिर में कुल 45 किलो सोना लगा है। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि इसकी शुद्धता शत प्रतिशत है। टैक्स को छोड़कर इसकी कीमत करीब 50 करोड़ रुपये है।

सोने का काम भू – तल के सभी दरवाजों व सिंहासन में किया गया है। अभी शेषावतार मंदिर में सोने का कार्य जारी है। इस मंदिर का मुख्य निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। परिसर में कुछ निर्माण कार्य दिसम्बर 2025 तक पूरे होंगे। इनमें संग्रहालय, सभागार और गेस्ट हाउस शामिल है।

राम दरबार की स्थापना के बाद दर्शन को लेकर नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि अभी दर्शन व्यवस्था नहीं हो पाई है। श्रद्धालुओ को पास जारी किया जायेगा। पास निशुल्क होगा। राम मंदिर में 8 मंदिरों प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। 3 व 4 जून को 12 – 12 घन्टे पूजन हुआ। यज्ञशाला में 9 कुंड बनाकर आहुति दी गई। शेषावतार मंदिर जयपुर के कारीगर केशव ने बनाया है।

ध्वजारोहण का काम अक्टूबर में:

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के अनुसार मंदिर का अंतिम कार्य शिखर पर ध्वज लगाना है। मौसम अनुकूल होने पर अक्टूबर या नवम्बर में ध्वजारोहण किया जायेगा। तब तक छोटे मोटे कार्य पूरे हो जायेंगे। परकोटा और राम दरबार के दर्शन के लिए भक्तों को अभी इंतजार करना होगा।