मध्य प्रदेश के हरदा में हुआ हादसा, बढ़ सकती है मृतकों की संख्या
आरएनई, नेटवर्क।
मध्य प्रदेश के हरदा में मगरदा रोड स्थित बैरागढ़ रेहटा नामक जगह पर स्थित पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार सुबह आग लग गई। इसके बाद भयानक विस्फोट होने लगे। ब्लास्ट इतने तेज थे कि आसपास की इमारतों को भी उन्होंने हिला दिया। कुछ इमारतों के गिरने की सूचना है। आग ने आसपास के घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। 10 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। 80 से अधिक घायल हैं। कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
सड़क किनारे पड़ी हैं लाशें :
हादसे के बाद पास की सड़क पर वाहन उछलकर दूर गिर गए। कुछ लोगों की मौत सड़क पर ही हो गई। उनकी लाशें सड़क किनारे पड़ी है। हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग ने मौतों की पुष्टि नहीं की है। उन्होंने कहा कि 20 से 25 लोग घायल हुए हैं। कुछ की हालत गंभीर है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एनडीआरएफ औऱ एसडीआरएफ की मदद ली जा रही है। हमारा फोकस बचाव एवं राहत कार्यों पर है।
100 से ज्यादा घर खाली कराए:
पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट के बाद आसपास के 60 से ज्यादा घरों में आग लग गई। फैक्ट्री के आसपास सड़क पर कुछ शव पड़े दिखे हैं। 25 से अधिक घायलों को हरदा जिला अस्पताल ले जाया गया है। प्रशासन ने 100 से ज्यादा घर खाली करवा दिए हैं। धमाके की चपेट से पास की सड़क पर चल रहे वाहन भी कुछ दूरी तक उछल गए। क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल है। फैक्ट्री से उठती आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से देखा जा सकता है।
हरदा से भोपाल के बीच ग्रीन कॉरिडोर :
हरदा से भोपाल के बीच ग्रीन कॉरिडोर बनाया है। पटाखा फैक्ट्री के घायलों को ग्रीन कॉरिडोर से भोपाल के हमीदिया अस्पताल और एम्स भोपाल लाने की तैयारी है। पटाखा फैक्ट्री के विस्फोट में घायल कुछ लोगों को हरदा जिला अस्पताल से भोपाल रेफर किया गया हैसीएम मोहन यादव ने मीटिंग बुलाई :
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हरदा ब्लास्ट को लेकर आपात बैठक बुलाई। साथ ही मंत्री उदय प्रताप सिंह के साथ वरिष्ठ अधिकारियों को हरदा रवाना होने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके परिवार की जिम्मेदारी सरकार उठाएगी। उनके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च भी सरकार ही उठाएगी।
अधिकारी-फायर ब्रिगेड मौके पर :
हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया है। फायर ब्रिगेड भी आग बुझाने के लिए पहुंच गई। ब्लास्ट होने का सिलसिला थम नहीं रहा, जिससे राहत एवं बचाव कार्य प्रभावित हो रहे हैं। एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। आग लगने के समय 30 से अधिक मजदूर फैक्ट्री में काम कर रहे थे। घायलों और मृतकों में बच्चों और महिलाओं के होने की भी आशंका व्यक्त की जा रही है। शुरुआती जानकारी के अनुसार यह पटाखा फैक्ट्री राजू अग्रवाल की है। ब्लास्ट इतने भीषण थे कि आसपास के मकान गिर गए।