एडवोकेट मनोज का शव पंचतत्व में विलीन, तीये की बैठक सोमवार सुबह छह बजे
ब्रह्मपुरी चौक से जस्सूसर गेट तक निकली अंतिम यात्रा,
आरएनई, बीकानेर।
ख्यातनाम अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट मनोज पुरोहित का शनिवार देर रात निधन हो गया। वे पिछले कुछ समय से ब्रेन स्टैम ग्लायोमा बीमारी से पीड़ित थे। उनका अंतिम संस्कार रविवार को जस्सूसरगेट स्थित पैतृक श्मशान गृह मंे किया गया। उनके पुत्र कानू पुरोहित ने मुखाग्नि दी।
अंतिम यात्रा में उमड़े लोग :
बीकानेर कलेक्ट्रेट में प्रशासनिक अधिकारी रहे रमणलाल पुरोहित के पुत्र एडवोकेट मनोज के निधन की खबर सुन शहर के लगभग हर वर्ग के प्रतिनिधि उनके निवास पर पहुंचे। यहां से जस्सूसरगेट तक निकली अंतिम यात्रा में शामिल हुए। इनमें साहित्यकार-पत्रकार मधु आचार्य ‘आशावादी’, वास्तुविद आर.के.सुतार, पत्रकार अनुराग हर्ष, साहित्यकार हरीश बी.शर्मा, राजस्थान पत्रिका ग्रुप मंे डिजिटल मार्केंटिंग के एक्जीक्यूटिव सुकांत किराड़ू, न्यायिक कर्मचरी नेता गिरराज बिस्सा, सुरेन्द्र नारायण जोशी, गोपाल व्यास, शहर कांग्रेस के महासचिव आनंद जोशी, भाजपा मंडल अध्यक्ष कमल आचार्य सहित राजनीति, साहित्य, पत्रकारिता, अधिवक्ता, कर्मचारी, सामाजिक कार्यकर्ता वर्ग से जुड़े प्रतिनिधि शामिल रहे।
तीये की बैठक कल सुबह 06 बजे :
एडवोकेट मनोज के अनुज कपिल पुरोहित ने बताया कि तीये की बैठक सोमवार सुबह छह बजे जस्सूसरगेट स्थित चौपटे पर होगी। इसके साथ ही नियमित बैठक हमारे ब्रह्मपुरी चौक स्थित निवास पर सायं 05 से 07 बजे तक होगी। गौरतलब है कि मनोज पुरोहित न्यायिक कर्मचारी नेता एवं आध्यात्मिक व्यक्तित्व के धनी नारायण पुरोहित के छोटे और विधि क्षेत्र के ख्यातनाम शिक्षाविद् योगेश पुरोहित के बड़े भाई थे। मनोज अपने पीछे पत्नी अनुराधा, बहिन किरण सहित भाई, भतीजों, भांजियों आदि का भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं।