आरोप-थानेदार ने सुसाइड नोट छिपाने के लिए डेढ़ लाख ऑफर किये
- आक्रोशित लोग कलेक्ट्रेट में उमड़े, मांग-थानेदार, हवलदार को बर्खास्त कर मुकदमा करो
RNE Chhatttagarh-Bikaner.
बीकानेर में एक व्यक्ति की आत्महत्या के मामले में पुलिस प्रताड़ना का कनेक्शन जुड़ता नजर आ रहा है। इस मामले मंे एक डायरी के पन्ने शेयर किये जा रहे हैं। दावा है कि मृतक ने आत्महत्या से पहले ये पन्ने लिखे थे। इनमें बेटे, बेटी, परिजनों के नाम पत्र लिखने के साथ ही एक पन्ने पर एक पुलिसकर्मी का नाम लिखकर दो तीन गालियां देते हुए लिखा है ‘…बिक गया हवलदार’। गुरूवार को कुम्हार समाज के आक्रोशित लोगों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर घटना में हवलदार के साथ ही थानेदार की भूमिका पर भी सवाल उठाया। भारतीय प्रजापति हीरोज आर्गेनाइजेशन के प्रदेशाध्यक्ष एडवोकेट अशोक प्रजापत की अगुवाई में एसपी के नाम ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधियों ने थानेदार-हवलदार दोनों को बर्खास्त कर उनके खिलाफ मुकदमा करने की मांग उठाई।
कलेक्ट्रेट पहुंचे कुम्हार समाज के प्रतिनिधि :
भारतीय प्रजापति आर्गेनाइजेशन के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट अशोक प्रजापत और राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष किसन संवाल के नेतृत्व में कुम्हार समाज का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम से मिला। प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्यों में एसपी तेजस्वनी को बताया कि चक 11 एस.एल.डी रानेर तहसील छतरगढ़ निवासी शीशपाल पुत्र बुद्धाराम जाति कुम्हार उम्र 45 वर्ष ने दिनांक 5.9.2024 को एक सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली। मृतक के भाई पूर्णा राम जी ने हमे बताया मृतक ने सुसाइड नोट में पुलिस से प्रताड़ित होकर आत्महत्या करने का कारण लिखा। परिवार जनों को जब आत्महत्या और आत्महत्या कारणों का पता चला तो उन्होंने एसएचओ छतरगढ को सूचना दी और आत्महत्या के लिए हवलदार रामस्वरूप द्वारा परेशान होना बताया। एसएचओ संदीप कुमार ने कहा कि यह बात किसी को मत बताना, मैं अभी वहीं आ रहा हूं।
आरोप : थानेदार ने सुसाइड नोट छिपाने डेढ़ लाख ऑफर किए
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि थानेदार मृतक के घर आए और कहा कि सुसाइड नोट कहां पर है मुझे बताओ। मोबाइल में खींची हुई सुसाइड नोट की फोटो बताई तो उन्होंने उसे अपने मोबाइल में ले ली और धमकाते हुए कहा कि अगर यह सुसाइड नोट किसी को दिखाया या किसी के आगे इस संबंध में बात की तो शिशुपाल तो मर गया पर तुम्हारी जिंदगी भी नर्क जैसी हो जाएगी। तुम सब जेल में जाओगे। आरोप है कि थानेदार ने कहा कि मैं आपको 1,50,000 रुपए दे दूंगा। आप इस मामले को रफा-दफा कर दो।
अशोक प्रजापत के मुताबिक मृतक शीशपाल के भाई पूर्णाराम द्वारा मुझे समाज का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते यह सूचना दी गई जो अत्यंत दुखद और शर्मसार करने वाली घटना है। उक्त घटना में छतरगढ़ थाने के हवलदार रामस्वरूप बिश्नोई और थानेदार संदीप कुमार की सुनियोजित संलिप्ता होना प्रतीत होता है।
कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष किशन संवाल ने कहा की थानेदार जी ने सबूत नष्ट करने के उद्देश्य से परिवारजनों को धमकाया और प्रलोभन भी दिया जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इन सामाजिक नेताओं ने एसपी से मांग की है कि, उक्त घटना में संलिप्त छतरगढ़ एसएचओ संदीप कुमार, हवलदार रामस्वरूप सहित अन्य दोषी पुलिस कर्मियों को बर्खास्त करें एवं उक्त दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करें।
प्रतिनिधि मंडल में बीपीएचओ राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रजापत किशन संवाल,महामंत्री अर्जुन कुमावत नथमल गेधर,शंकर लाल मंगलाव, चोखाराम कुमावत, ओम प्रकाश कुमावत आदि शामिल रहे।