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आखिर MLA जेठानंद के साथ उनकी ही सरकार में लगातार क्यों हो रहा बुरा बर्ताव!

Bikaner MLA जेठानंद को कुर्सी नहीं दी, प्रभारी मंत्री खींवसर और कलेक्टर के पीछे खड़े रहे विधायक 
 

RNE Bikaner.
राजस्थान में सरकार के दो साल उपलब्धियां गिना रही भजनलाल सरकार का क्या हाल है इसका एक नमूना शनिवार को बीकानेर में देखने को मिला। यहां प्रभारी मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, कलेक्टर नम्रता वृष्णि, विधायक सिद्धी कुमारी बैठे पत्रकारों से बातचीत करते रहे और बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानंद व्यास को कुर्सी तक नहीं दी। हाल ही घुटनों की सर्जरी करवा चुके विधायक जेठानंद व्यास  मंत्री और कलेक्टर के पीछे खड़े रहे। इस बीच जब एक पत्रकार ने शहर में सड़कों के हाल पर सवाल किया तो विधायक भड़क भा गए। 

इससे पहले सरकार के दो वर्ष पूरे होने के मौके पर प्रभारी मंत्री खींवसर ने विधानसभावार विकास रथों को हरी झंडी दिखाई। इस आयोजन में भी विधायक जेठानंद को नजरअंदाज किया गया। उनके आने से पहले ही झंडी दिखाकर कार्यक्रम का समापन कर दिया। बीकानेर पूर्व की विधायक सिद्धीकुमारी इस दौरान मौजूद रहीं। पत्रकार वार्ता में भी सिद्धी कुमारी,प्रभारी मंत्री और कलेक्टर नम्रता की कुर्सियां पास रखी गई। MLA जेठानंद काफी देर खड़े रहे जिसे कलेक्टर ने भी नजरअंदाज किया। आखिर भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष चंपालाल गैदर ने खड़े होकर अपनी कुर्सी दी।

खुद mla जेठानंद ने बाद में पत्रकारों के सामने प्रशासन के रवैये की निंदा भी की। कहा, प्रभारी मंत्री को "ओलभा" भी दिया है। इन सबके बीच बीकानेर में यह चर्चा फिर जोर पकड़ रही है कि आखिर किसके इशारे पर बीकानेर प्रशासन MLA जेठानंद का बार बार अपमान कर रहा है। इससे पहले मुक्ताप्रसाद कॉलोनी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के उद्घाटन अवसर पर भी व्यास को अपमान का घूंट पीना पड़ा।