{"vars":{"id": "127470:4976"}}

Ayushman Heart Hospital Controversy : डॉक्टर और कांग्रेस हो रहे आमने-सामने, प्रदेशभर में सेवाएं ठप करने की चेतावनी

बीकानेर में पहली बार किसी निजी चिकित्सक के खिलाफ इतना बड़ा आंदोलन
 

RNE Bikaner.
 

बीकानेर में Ayushman Heart Hospital के Dr.B.L.Swami के खिलाफ कांग्रेस के एक धड़े की ओर से किया जा आंदोलन उग्र होने और लाठीचार्ज के बाद अब नए मोड़ पर चला गया है । दूसरी ओर डॉक्टर स्वामी के पक्ष में चिकित्सक संगठन भी जुटने लगे हैं। ऐसे में अब मामला डॉक्टर वर्सेज कांग्रेस बनने लगा है। दोनों ही पक्ष खुलकर मैदान में आने के साथ एक-दूसरे पर लेन-देन की पेशकश और मांग जैसे आरोप लगा रहे हैं। इस बीच कांग्रेस नेताओं ने एक बार फिर पैदल मार्च और प्रदर्शन प्रस्तावित कर दिया है। इसमें कई पूर्व मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों के शामिल होने का अनुमान है।

विडियो देखने के लिए फोटो पर क्लिक करें :

दूसरी ओर कई चिकित्सक संगठन और निजी हॉस्पिटल के प्रतिनिधियों की मीटिंग हुई है। डॉक्टर स्वामी के मुताबिक आयुष्मान हॉस्पिटल में हुई इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA), उपचार और एमपीएस संगठन की संयुक्त बैठक हुई।
 

बैठक में निर्णय लिया गया कि गुरुवार शाम चार बजे एक रैली निकाली जाएगी, जिसमें तीनों संगठनों के पदाधिकारी, चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, फार्मासिस्ट, मेडिकल लैब्स से जुड़े संगठनों के प्रतिनिधि और सामाजिक संस्थानों के लोग भी शामिल होंगे। रैली के बाद प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर चिकित्सक अपनी मांगों से अवगत कराएंगे।

बताया गया है कि मेडिकल संगठनों का मानना है कि लगातार बढ़ती इन घटनाओं से अस्पतालों का माहौल खराब हो रहा है। डॉक्टर्स और स्टाफ को भय के साए में काम करना पड़ रहा है। इससे न केवल चिकित्सक अपना 100 प्रतिशत काम नहीं कर पाते, बल्कि अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीजों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है। पदाधिकारियों ने कहा कि अस्पताल सेवा का स्थल है, आंदोलन या हंगामे का नहीं। अगर अस्पतालों का वातावरण सुरक्षित नहीं होगा तो समाज भी गंभीर संकट में फंस जाएगा।
 

दावा : ये हॉस्पिटल मीटिंग में मौजूद 
 

दावा किया गया है कि बैठक में मारवाड़ हॉस्पिटल, एमएन हॉस्पिटल, कोठारी हॉस्पिटल, जीवन रक्षा हॉस्पिटल, एपेक्स हॉस्पिटल, बीकानेर हार्ट हॉस्पिटल और आयुष्मान हार्ट केयर सेंटर के चिकित्सकों ने हिस्सा लिया। सभी ने एक स्वर में कहा कि चिकित्सकों और अस्पताल कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए।

कल हुआ था लाठी चार्ज : 
 

प्राइवेट डॉक्टर B.L.Swami के खिलाफ कांग्रेस नेता रामनिवास कूकना की अगुवाई में चल रहा आंदोलन मंगलवार को उग्र हो गया। कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन में हजारों लोग पहुंच गए। शाम को प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर से वार्ता करने गया तो बाकी समर्थक बैरिकेड के चारों ओर जुट गए। प्रतिनिधिमंडल बातचीत करके लौटा और इसी दौरान कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड को धकेल दिया। पुलिस से धक्कामुक्की शुरू कर दी। कई लोगों ने पुलिस पर पत्थर बरसाए। 
 

ऐसे में पुलिस ने डंडे बरसाकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। कइयों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। पूरे घटनाक्रम के बाद 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

मामला यह है:
 

हनुमानगढ़ निवासी रामेश्वर लाल पुत्र मुखराम को पेसमेकर में दिक्कत होने पर बीकानेर के निजी हॉस्पिटल आयुष्मान हार्ट केयर में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान 12 सितम्बर को रामेश्वर की मौत हो गई। आरोप था कि डॉक्टरों की लापरवाही के चलते रामेश्वर की मौत हुई है। रामेश्वर के परिवार के समर्थन में कांग्रेस नेता हॉस्पिटल पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया था।

हॉस्पिटल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया था। वहीं मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में डॉक्टरों को क्लीनचिट दे दी गई। इसका कांग्रेस नेताओं ने विरोध किया था।