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धरणीधर तालाब पर अपने पूर्वजों को तर्पण के लिए उमड़ रहे परिजन

 

RNE Bikaner.
 

15 दिवसीय श्राद्ध पक्ष रविवार 07 सितंबर से शुरू हुआ। मान्यता है कि श्राद्धपक्ष में पूर्वजों की आत्माएं मृत्युलोक यानि पृथ्वी पर आती है। इस दौरान उनके वंशजों यानी पुत्र, पौत्रादि सहित नजदीकी पुरुष रिश्तेदार की ओर से किए जाने वाले तर्पण से तृप्ति हासिल करती है। यह तर्पण न केवल पूर्वजों की आत्माओं को तृप्त करता है वरन इस आत्मशांति से वंशज और उनके परिवारों का भी कल्याण होता है।
 

यही वजह है कि श्राद्धपक्ष शुरू होते ही बीकानेर शहर के तालाबों, जलकुंडों में तर्पण कर्म भी शुरू हो गया। इसी कड़ी में धरणीधर तालाब पर पंडित नवरत्न जी व्यास के सान्निध्य में तर्पण कार्यक्रम हुआ प्रारंभ हुआ। उदय व्यास ने बताया कि धरणीधर तालाब पर आज से तीन सत्रो मैं सुबह 5:00 से 6:00, 6:00 से 7:00 और  7:00 से 8:00 बजे तक तर्पण कर्म शुरू हुआ है। व्यास का कहना है, जो भी आस्थावान व्यक्ति तर्पण कर्म में शामिल होने चाहता है वह इन तीनों में से किसी भी एक समय में शामिल हो सकता है।