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Bikaner : ज्ञानमल शर्मा का शतायु सम्मान, सेवा में सारी उम्र गुजारी

ज्ञानमल शर्मा ने शिक्षा से जिंदगी संवारी, सच्चे सेवक पूंजी हमारी : मैया
 

RNE Bikaner.
 

कल्याण फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा बीकानेर के शिक्षाविद् 90 वर्षीय श्री ज्ञानमल शर्मा का उनके निवास स्थान पर जाकर शतायु सम्मान किया शाल,श्रीफल,माला और प्रतीक चिन्ह के साथ शुभकामनाएं दी उनके स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की फाउंडेशन की निदेशक कामिनी विमल भोजक मैया ने कहा कि ज्ञानमल जी शर्मा  संतुलित और नियमित जीवन जीने वाले व्यक्ति रहे है। शिक्षा के माध्यम से इन्होंने हजारों बच्चों के जीवन को सही दिशा दी। सेवा करना ज्ञानमल जी का शुरू से ही ध्येय रहा। इनका जीवन सीखने योग्य है ये हमारी पूंजी है।
 

पर्वतारोही आर के शर्मा ने कहा कि ज्ञानमल जी आज भी अपना जीवन उसी तरह नियमित और संतुलित तरीके से जीते है जैसा वे अपने जीवन के शुरुआती चक्र में रखते थे। इनके पढ़ाए अधिकांश बच्चे आज अपने जीवन के बेहतरीन मुकाम पर है और आज भी इनका सम्मान करते है। वरिष्ठ समाजसेवी सत्यदेव शर्मा ने कहा कि सेवानिवृति के बाद लंबे समय तक अपने समाज सेवा का कार्य किया। शाकद्वीपीय ब्राह्मण संघ के सचिव एडवोकेट जितेंद्र भोजक ने ज्ञानमल जी के जीवन वृत पर आधारित कविता का वाचन किया। 
 

इस अवसर पर श्री ज्ञानमल शर्मा ने कहा कि उन्होंने सदा ये माना कि आपके पास अगर कोई ऐसी वस्तु है जिसके माध्यम से आप कई अन्य लोगों का भला कर सकते हो तो उसका भरपूर उपयोग करते हुए लोगो के काम आने का कार्य करना चाहिए। आज तक वे अपने इस सिद्धांत को निभाते आ रहे है।  उन्होंने कहा कि 90 वर्ष की आयु में आप लोगों द्वारा मुझे जो ये सम्मान दिया गया है उसका में आप सभी का हृदय से साधुवाद करता हूं, आशीर्वाद देता हूं। इस अवसर पर नितिन वत्सस, गंगासिंह, निर्मल कुमार शर्मा,  ललित मोहन शर्मा, छोटा देवी, मधु शर्मा, खुश भोजक, नताशा सहित गणमान्य जन मौजूद थे।