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IGNP : भंवरसिंह भाटी बोले, पूरा पानी दो नहीं तो 18 को समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट पर आऊंगा

 

RNE Bikaner-Kolayat.

राजस्थान के पूर्व ऊर्जा मंत्री भंवरसिंह भाटी अब किसानों के हक के लिए सड़क पर उतरने जा रहे हैं। भाटी ने इ.गा.न.प. क्षेत्र के किसानों को सिंचाई हेतु नहरों में 4 समूह में से 2 समूह में पानी चलाने व बीकानेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में चरमराई हुई बिजली व्यवस्था को सुधारने की मांग उठाई है। इसके साथ ही इन मांगों को लेकर 18 अगस्त, रविवार को कर्मचारी मैदान जिला कलक्टर कार्यालय के सामने प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। रविवार को पत्रकारों से बातचीत में भाटी ने कहा, पोंग डेम का जलस्तर अपने अधिकतम जल भराव स्तर 1378 फीट पर है तथा सरप्लस हजारों क्यूसेक पानी को पाकिस्तान की तरफ व्यर्थ बहाया जा रहा है। वर्तमान परिस्थितियों में किसानों को सिंचाई हेतु पानी की सख्त आवश्यकता है लेकिन दिनांक 12 अगस्त 2025 को जारी किए गए चक्रिय क्रम के अनुसार किसानों को सिंचाई हेतु 3 समूह में से 1 समूह में पानी देने का रेगुलेशन जारी किया गया है। इससे किसानों के पानी की बारी 20 से 23 दिन के बाद आएगी। जबकि किसानों की मांग है कि उन्हें सिंचाई हेतु 4 समूह में से 2 समूह में पानी दिया जाए जिससे उनकी पानी की बारी 8.5 दिन बाद फिर आ जाएगी।

इतनी है पोंग डेम की क्षमता :
पोंग डेम की अधिकतम भराव क्षमता 1420 फीट तक है लेकिन विभागीय अधिकारियों द्वारा पोंग डेम को 1380 फीट तक ही भरा जा रहा है जबकी पोंग डेम के आस-पास के एरिया में अच्छी बारिस के बाद पानी की उपलब्धता होने के बावजूद पानी को पोंग डेम में न भरके व्यर्थ बहाया जा रहा है। भाटी का कहना है कि पोंग डेम को 1400 फीट तक भरा जाए जिससे आगामी समय में किसानों की फसलों को सिंचाई हेतु पूरा पानी दिया जा सके।
भाजपा सरकार पर हमलावर : 
पूर्व मंत्री भंवरसिंह भाटी भाजपा की भजन लाल सरकार पर भी हमलावर हुए। कहा, इस सरकार में जनता त्रस्त है। सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। आम आदमी की सुनवाई नहीं होती। ब्यूरोक्रेसी हावी है। जनप्रतिनिधि हस्तक्षेप कर नहीं रहे या करना नहीं चाहते यह नहीं जानता। अशोक गहलोत के कार्यकाल में अच्छी योजनाएं थी। उन्हें कमजोर कर रहे हैं। जनता निराश हो चुकी है।
बिजली की परेशानी :
इसके अलावा बीकानेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की काफी दयनीय स्थिति है, किसानों को कृषि हेतु पूर्ण बिजली नहीं मिल रही है साथ ही गांवों में भी घरेलू बिजली आपूर्ति के बूरे हाल को सुधारने की मांग को लेकर धरना एवं विरोध प्रदर्शन रखा गया है।