RNE BIKANER .
बीकानेर में प्राइवेट डॉक्टर B.L.Swami के खिलाफ कांग्रेस नेता रामनिवास कूकना की अगुवाई में चल रहा आंदोलन मंगलवार को उग्र हो गया। दरअसल आज कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन की घोषणा थी जिसमें हजारों लोग पहुंच गए। शाम को प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर से वार्ता करने गया तो बाकी समर्थक बैरिकेड के चारों ओर जुट गए। प्रतिनिधिमंडल बातचीत करके लौटा और इसी दौरान कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड को धकेल दिया। पुलिस से धक्कामुक्की शुरू कर दी। कई लोगों ने पुलिस पर पत्थर बरसाए।
ऐसे में पुलिस ने डंडे बरसाकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। कइयों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। पूरे घटनाक्रम के बाद 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
मामला यह है :
हनुमानगढ़ निवासी रामेश्वर लाल पुत्र मुखराम को पेसमेकर में दिक्कत होने पर बीकानेर के निजी हॉस्पिटल आयुष्मान हार्ट केयर में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान 12 सितम्बर को रामेश्वर की मौत हो गई। आरोप था कि डॉक्टरों की लापरवाही के चलते रामेश्वर की मौत हुई है। रामेश्वर के परिवार के समर्थन में कांग्रेस नेता हॉस्पिटल पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया था।
हॉस्पिटल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया था। वहीं सोमवार को मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में डॉक्टरों को क्लीनचिट दे दी गई। इसका कांग्रेस नेताओं ने विरोध किया था।
कांग्रेस नेता रामनिवास कूकणा और उनके समर्थक अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दे रहे थे। कूकणा की मांग पर जिला कलेक्टर से वार्ता हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। वार्ता में पूर्व मंत्री गोविन्दराम मेघवाल और केश कला बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र गहलोत भी शामिल थे।
पुलिस से झड़प में कांग्रेस नेता कूकणा सहित उनके कई समर्थक घायल हो गए। मामले में पुलिस ने कूकणा के साथ ही महेंद्र गहलोत, श्रीकृष्ण गोदारा, हरिराम गोदारा समेत 12 से अधिक को हिरासत में लिया है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री के जाते ही उग्र हुए पुलिस के अनुसार- घटना से कुछ देर पहले पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. बीडी कल्ला भी धरना स्थल पर पहुंचे थे। उनके जाते ही भीड़ उग्र हो गई। एएसपी सौरभ तिवारी ने बताया- कांग्रेसी कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट में कलेक्टर नम्रता वृष्णि को निजी हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने का ज्ञापन देकर बाहर आए थे।
इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने फिर से कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश की मांग की। इसी बात पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच विवाद हो गया। गुस्साई भीड़ ने नारेबाजी करते हुए बैरिकेडिंग गिरा दी। जवाब में पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया।