प्रयास पुस्तक उपहार योजना का शुभारंभ एवं लोगो का हुआ विमोचन
RNE Network.
पुस्तकें व्यक्ति को समय के साथ रखते हुए सुदृढ़ व्यक्तित्व के गढ़ने का सशक्त माध्यम हैं। जो व्यक्ति पुस्तकों से जुड़ा हुआ है, उसके सोचने और समझने का नजरिया ही अलग होता है। ज्ञान व्यक्ति के सर्वांगीण विकास मे सहायक होता है।
उक्त विचार शिक्षाविद् डॉ. घासीराम वर्मा ने झुंझुनू में प्रयास संस्थान की पुस्तक परियोजना अंतर्गत ‘प्रयास पुस्तक उपहार योजना’ का शुभारंभ कर लोगो का विमोचन करते हुए व्यक्त किए। अमेरिका में प्रोफेसर रहे 98 वर्षीय डॉ. वर्मा ने कहा कि इस योजनांतर्गत प्रयास संस्थान अंचल के पुस्तकालयों को समृद्व करेगा, यह प्रसन्नता की बात है।
प्रयास संस्थान के अध्यक्ष डॉ. दुलाराम सहारण ने बताया कि संस्थान स्थानीय साहित्यकारों एवं राजस्थानी भाषा को प्राथमिकता में रखते हुए अंचल के पुस्तकालयों में जनसहयोग से क्रय की गई पुस्तकें उपहार स्वरूप भेंट कर पुस्तक-संस्कृति को बढ़ावा देगा। इस अवसर पर विजयगोपाल मोठसरा, अशोक कुमाार डूडी, डॉ. कृष्णा जाखड़ आदि मौजूद रहे।