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ओवरब्रिज के नीचे की जगह पर निगरानी जरूरी, सही उपयोग हो
 

रानी बाजार, गजनेर रोड व चोखुंटी ओवरब्रिज के नीचे की जगह का सही उपयोग नहीं
इन जगहों की निगरानी रखना भी बहुत जरूरी
योजना बना स्थायी कुछ काम होगा तो निगरानी भी होगी
असामाजिक तत्त्वों से इन जगहों को बचाना जरूरी
 

रितेश जोशी

RNE Special.


बीकानेर बड़ा संभाग मुख्यालय है मगर उसके बाद भी यहां विकास की गति अन्य संभागों की तुलना में बहुत कम रही। यहां भी वाहन बढ़े तो सड़कें छोटी पड़ने लग गई। अन्य संभागों की तरह यहां पहले एक भी ओवरब्रिज नहीं था। 
 

उस सूरत में पहले ओवरब्रिज की योजना बनी और यह रानी बाजार ओवरब्रिज के नाम से जाना गया। सूरज टाकीज के पास से बना ये ब्रिज मेडिकल कॉलेज रोड तक का है। बड़ा कौतूहल हुआ उसे देखकर। मगर बड़ी सुविधा मिल गई। नहीं तो रानी बाजार रेलवे फाटक बंद रहता जिससे लोगों को काफी देर इंतजार करना पड़ता।


 

ये तीन ओवरब्रिज है बीकानेर में:
 

रानी बाजार ओवरब्रिज के अलावा :
 

दूसरा ओवरब्रिज है गजनेर रोड पर। तीसरा ओवरब्रिज बना चोखुंटी ओवरब्रिज। जो फड़बाजर के आगे से शुरू हुआ। इन तीनों ओवरब्रिज ने शहर के यातायात को जहां बड़ी राहत दी वहीं रेलवे फाटक बंद होने की समस्या से बचाया। फड़ बाजार की भीड़ से बचाया। तीनों ओवरब्रिज बीकानेर के लिए बहुत उपयोगी है।
 

नीचे की जगह पर नहीं सोचा:
 

इन तीनों ओवरब्रिज के नीचे की जगह का ब्रिज बनने के बाद क्या उपयोग होगा। इस बारे में प्रशासन ने सोचा ही नहीं। जबकि उस समय ये विचार आया था कि इनके नीचे सुंदर बाजार बसाए जा सकते है। ताकि जिन लोगों के घर ब्रिज के नीचे आ गए है, उनको सुविधा मिले। बात हुई थी, मगर उसे अनसुना कर दिया गया। इन तीनों ब्रिज के नीचे की जगह का सुनियोजित उपयोग इतने वर्षों के बाद आज भी नहीं हो रहा है।
 

लोगों की ये है बड़ी शिकायत:

इन ओवरब्रिज के नीचे के क्षेत्र के आसपास रहने वालों की शिकायत है कि दिन में और रात में यहां असामाजिक तत्त्वों का जमावड़ा रहता है। जिससे लोगों में दहशत रहती है। ये दिन में जुआ खेलते है। रात के अंधेरे में शराब की महफ़िल जमती है। लोगों का इस रास्ते से निकलना मुश्किल होता है। अनेक बार यहां बड़े झगड़े हुए है। ओवरब्रिज के नीचे के क्षेत्र सुरक्षित नहीं कहे जा सकते।


 

निगरानी होना जरूरी:
 

पुलिस को इन ओवरब्रिज के नीचे की जगहों को लेकर सतर्कता बरतनी बहुत जरूरी है। रात को भी इन जगहों पर गश्त होनी चाहिए। इससे अवांछित गतिविधियों पर लगाम लगेगी और आम नागरिकों को राहत मिलेगी। इन जगहों को असामाजिक तत्त्वों से बचाना बहुत जरूरी है।
 

ये सुझाव है कांग्रेस नेता का:


देहात कांग्रेस के अध्यक्ष बिसनाराम सियाग कहते है कि इन ओवरब्रिज के नीचे की जगह पर सब्जी के, फ्रूट के या किसी अन्य के बाजार बनाये जा सकते है। जिससे आसपास के बाजारों में भीड़ कम हो जाएगी। लोगों को रोजगार मिल जायेगा। असामाजिक तत्त्वों से लोग सुरक्षित हो जायेंगे। प्रशासन को इस पर गम्भीरता से विचार करना चाहिये।