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'हमारे ओम जी' संगोष्ठी में ओम थानवी ने किया ओम सोनी के रंग अवदान को याद

 
RNE BIKANER.
प्रदेश के प्रसिद्ध रंगकर्मी ओम सोनी की प्रथम पुण्यतिथि पर रंगन संस्था की तरफ से चल रहे नाट्य समारोह के दूसरे व अंतिम दिन आज हमारे ओम जी के तहत ओम सोनी के रंग अवदान पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया । यह जानकारी देते हुवे आयोजन समिति के अध्यक्ष वरिष्ठ रंगकर्मी प्रदीप भटनागर ने बताया कि संगोष्ठी के मुख्य वक्ता प्रख्यात पत्रकार तथा हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति ओम थानवी ने ओम सोनी के रंगकर्म को याद करते हुवे प्रदेश के समकालीन रंगमंच में उनके रंग अवदान को रेखांकित किया । मधु आचार्य ने रंगमंच में किये उनके नवाचार को याद किया । अन्य वक्ताओं में जीत सिंह, विजय सिंह राठौड़, राजेंद्र जोशी ने ओम सोनी के सामजिक सरोकारों को याद करते हुवे रविंद्र रंगमंच के लिये उनके लम्बे संघर्ष को याद किया । संचालन हरीश बी शर्मा ने किया । इसके बाद नव जन जागृति विचार कल्याण संस्था, बीकानेर की तरफ से सुरेश आचार्य द्वारा लिखित व निर्देशित नाटक फिर न मिलेगी ज़िंदगी का मंचन किया गया । नाटक उन लोगों की कहानी कहता है जिन्हें अपनी उम्र के एक पड़ाव पर आकर यह महसूस होता है कि उन्होंने अपनी सारी जिंदगी काम, जिम्मेदारियो और धन संचय करने में खर्च कर दी तथा अब अपनों की उपेक्षा उन्हें अहसास दिलाती है की स्वयं के लिये जीना भी आवश्यक है । नाटक वर्तमान में हो रहे सामाजिक विखंडन पर भी तीखा प्रहार करता है । कुशल निर्देशन के साथ रमेश कुमार शर्मा, दीपांशु पांडे, प्रियंका आर्य ने अपने किरदारों को प्रभावी ढंग से निभाया । मंच पार्श्व में राहुल चावला, प्रहलाद सिंह राजपुरोहित, प्रतीक प्रजापत, रिद्धिमा आचार्य, वसीम राजा कमल ने विभिन्न दायित्व संभाले । आयोजन सचिव मयंक सोनी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुवे बताया की आने वाले वर्षों में इस नाट्य समारोह को और बड़े स्तर पर करने की कोशिश की जायेगी ।