राजे समर्थकों को भी वाजिब स्थान मिलने के आसार, कई मंत्रियों की छुट्टी होने की प्रबल संभावना
अभिषेक आचार्य
RNE Special.
राज्य में भाजपा सरकार बनने के आखिरकार लगभग डेढ़ साल बाद अब मंत्रिमंडल के विस्तार की सम्भावनाएं बनी है। इस बार न केवल मंत्रिमंडल का विस्तार होगा अपितु बदलाव व पुनर्गठन भी साथ में होगा।
माना जा रहा है कि इस महीनें के अंत तक ये कवायद पूरी हो जायेगी। सीएम भजनलाल शर्मा इस मसले पर पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा, गृहमन्त्री अमित शाह, संगठन महामंत्री बी एल संतोष से कई स्तरों की बातचीत कर चुके है। केंद्रीय नेतृत्त्व इस मसले पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ व प्रदेश भाजपा प्रभारी राधा मोहन से भी चर्चा कर चुका है।
मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड बना है:
सीएम ने वर्तमान मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा कर उनका रिपोर्ट कार्ड भी तैयार किया था और उस पर भी केंद्रीय नेतृत्त्व से चर्चा की गई। उसके आधार पर ही मंत्रिमंडल में बदलाव व विभाग बदलने के भी निर्णय किये जायेंगे।
विधानसभा में फ्लोर पर कमजोर रहे मंत्रियों के काम में भी बदलाव हो सकता है। ठीक इसी तरह कुछ मंत्रियों को मंत्रिमंडल से हटाने का भी निर्णय संभावित है। जिस पर काफी विचार मंथन सीएम, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी ने किया है।
राजे समर्थकों को मिल सकती है जगह:
राज्य की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के समर्थक विधायकों को भी विस्तार में जगह मिलने के आसार है। उनके समर्थक वरिष्ठ विधायकों को लेने की चर्चा है। कालीचरण सर्राफ, पुष्पेंद्र सिंह, श्रीचंद कृपलानी आदि के नाम संभावित मंत्रियों के रूप में उछल रहे है।
नये व निर्दलीय की भी चर्चा:
पिछले उप चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा था। ऐसा माना जा रहा है कि उप चुनावों में जितने वाले विधायकों में से भी किसी का नम्बर मंत्री पद के लिए लग सकता है। ठीक इसी तरह ये भी चर्चा है कि सरकार का समर्थन कर रहे किसी निर्दलीय विधायक को भी मंत्री पद दिया जा सकता है।