{"vars":{"id": "127470:4976"}}

राजमाता सुशीला कुमारी जी जीवदया सेवा समिति ने बचाई कई जानें, 'बर्न बाइक एम्बुलेंस' बनी सहारा

 
RNE BIKANER.
राजमाता सुशीला कुमारी जी जीवदया सेवा समिति ने दीपोत्सव के मौके पर निशुल्क (बर्न बाइक एम्बुलेंस ) की सेवा का नवाचार लगातार 20 और 21 तारीख को दो दिन किया जिसमे पटाखों, अनार, बारूद, से जलने के बिकानेर में अनेकों घटनाएं का तत्वरित उपचार किया । समिति के समाजसेवी रामदयाल राजपुरोहित ने बताया कि बीकानेर में चार जोन में अलग अलग सेवादारों की टीम ने मुस्तैदी से सेवा कार्य किया ।
(जोन एक व्यास कॉलोनी सर्किल) की टीम के पास पटाखों से जलने के कुल उन्नीस घायल आये जिसमे सात को टीम द्वारा पीबीएम हॉस्पिटल लेजाया गया ।  
(जोन दो डूडी पैट्रोल पम्प )एरिया टीम के पास पटाखों से जलने के कुल ग्यारह घायल आये जिनमे दो को टीम द्वरा पीबीएम हॉस्पिटल लेजाया गया ।
(ज़ोन तीन हरोलाई हनुमान मंदिर )के पास के एरिया टीम के पास पटाखों से जलने के कुल चौबीस घायल आये जिसमे जिनमे नो को टीम द्वारा पीबीएम हॉस्पिटल में लेजाया गया । 
(जोन चार जूनागढ़ फोर्ट एरिया ) टीम के पास पटाखों से जलने के कुल तेरह घायल आये जिसमे जिनमे पांच को टीम द्वारा पीबीएम हॉस्पिटल में लेजाकर उपचार करवाया बाकी का वहीं पर ही मेडीकल के प्रक्षिशित सेवादारों के द्वारा प्राथमिक उपचार करवाकर घर पहुँचाया ।
समिति के रामदयाल राजपुरोहित ने बताया कि शिवबाड़ी के एक सुने बाड़े में तथा सुदर्शननगर में भी पटाखों से आग लगी थी जिसमे टीम के हेल्पलाइन नंबर 9167453104 पर कॉल आते ही छविराज सिंह राजपुरोहित की टीम द्वारा त्वरित पहुंचकर आग को फायर एक्सटिंग्विसर द्वारा बुझाई गई जिससे जंगल मे आग और फैलने से रोकी गई जिससे जंगली जीवजंतुओं को जलने से बचाया गया ।
समिति के समाजसेवी रामदयाल राजपुरोहित ने बताया (बर्न बाइक एम्बुलेंस ) बीकानेर शहर के भीतरी मोहल्लों तंग गालियों में घायल के पास तत्वरित पहुंचने में काफी उपयोगी रही । क्योंकि वहाँ बड़ी एम्बुलेंस नही जा सकती थी इस लिए ये (बर्न बाइक एम्बुलेंस ) के कार्यकर्ता आसानी से घायल के पास पहुंचे आमजन ने इस निशुल्क(बर्न बाइक एम्बुलेंस ) सेवा की भरपूर सराहना की । राजपुरोहित ने बताया कि टीम में इस बार युवा शक्ति एवं महिला शक्ति ने भी समाजसेवा के लिये अग्रणी रहकर इस पुनीत कार्य के भागीदार रहे । मेडिकल के प्रशिक्षित अनुभवी कार्यकर्ताओ के साथ टीम में विमला देवी, अनुसुइया चाहर,मनोरमा रैगर, कंचन अग्रवाल, कुंती गेरा, मंजू वाघमारे,शशिला जामवाल , मनोहर लाल,करनी सिंह, संपत सिंह, प्रेमनाथ, शम्भू राम, अनामिका, गोरी राजपुरोहित, शंकर शर्मा, नरेन्द्र जाट, मधुसूदन नाई, पृथ्वीराज गिल,चंपालाल वाल्मीकि, गणेश कुम्हार ,किस्तूर चंद कुशाल सिंह,राम थोरी , आदि के साथ टीम का सहयोग रहा ।