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Bikaner : भीनासर में तेरापंथ युवक परिषद का मंत्रदीक्षा कार्यक्रम सम्पन्न

 

RNE Network.

मानवता के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित कर जन-जन का कल्याण करने वाले, युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वीश्री जिनबालाजी के सान्निध्य में तेरापंथ सभा भवन, भीनासर में तेरापंथ युवक परिषद द्वारा 'मंत्रदीक्षा कार्यक्रम आयोजित किया गया। आज के इस कार्यक्रम में ज्ञानशाला के बच्चे विशेष रूप से उपस्थित थे। मंगल कार्यक्रम की शुरुआत ते. यु. परिषद के मंगलाचरण से हुई।
 

साध्वी श्री जिनबालाजी ने मंत्र दीक्षा के महत्त्व को उजागर करते हुए अपने मंगल उद्‌बोधन में कहा- बच्चों में अच्छे संस्कार आने के लिए संगत अच्छी होनी चाहिए। जिस प्रकार आकाश से गिरने वाली पानी की बूंद यदि गर्म तवे पर गिरती है तो तत्क्षण उसका अस्तित्त्व समाप्त हो जाती है। वहीं बूंद यदि कमलपत्र पर गिरती है तो वह मोती की तरह चमकती है। लेकिन हवा के झौंके मात्र से वह नीचे गिरकर अपना अस्तित्व खो देती है और वही पानी की बूंद यदि सीप के मुख पर गिर जाए तो वह मूल्यवान मोती बन जाती है। यह सब संगति का असर है।
 

साध्वीश्री जी ने मंत्र दीक्षा शब्द को विवोचित करते हुए नमस्कार महामंत्र के महत्त्व व शक्ति के बारे में बताया। सर्वप्रथम त्रिपदी वंदना का प्रयोग करवाया गया तत्पश्चात् नौ बालक व बालिकाओं को साध्वी श्री जी ने मंत्र दीक्षा के संस्कार से संस्कारित करते हुए मंत्र दीक्षा के संकल्प करवाए।
 

इस अवसर पर ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियों ने सुन्दर नाटिका का मंचन किया। तथा ज्ञानशाला गीत का भी संगान किया। इसी के साथ ही महिला मण्डल का शपथ ग्रहण समारोह भी आयोजित किया गया। नवनिर्वाचित अध्यक्षा शशी गोलछा ने अपनी पूरी टीम सहित शपथ ग्रहण किया । कार्यक्रम का संचालन सुमति पुगलिया ने किया ।