RBI : भारतीय रिजर्व बैंक ने पहले यूनिवर्सल बैंक की दी मंजूरी, फाइनेंस कंपनी से शुरू किया था काम
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक को भारतीय रिजर्व बैंक से यूनिवर्सल बैंक बनने की सैद्धांतिक अनुमति मिल गई है। इस नोटिफिकेशन के साथ, एयू यूनिवर्सल बैंक बनने की अनुमति पाने वाला भारत का पहला स्मॉल फाइनेंस बैंक बन गया है। बैंक की तरफ से बताया कि यह नियामकीय अनुमति एयू के मजबूत बिजनेस मॉडल, सुदृढ़ प्रशासन और वित्तीय समावेशन के प्रति इसके दीर्घकालिक समर्पण की दृढ़ता से पुष्टि करता है।
एयू के असाधारण सफर के केंद्र में एयू के संस्थापक, प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय अग्रवाल हैं, जिनकी कहानी भारत की उद्यमशीलता की भावना की मिसाल है। 1996 में, महज 26 साल की उम्र में जयपुर के एक गोल्ड मेडलिस्ट चार्टर्ड अकाउंटेंट, पहले पीढ़ी के उद्यमी और क्तिस्केट प्रेमी अग्रवाल ने पारंपरिक कॉर्पोरेट करियर को ठुकराकर एक फाइनेंस कंपनी शुरू की।
अग्रवाल ने एक लैंडिंग कंपनी की स्थापना की, जिसका उद्देश्य राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले छोटे उद्यमियों को वाहन फाइनेंसिंग की सुविधा मुहैया कराना था। जो सफर एक साधारण से सपने के साथ शुरुआत हुआ था, वह आज दृढ़ निष्ठा की केस स्टडी और निरंतर विकास की मास्टरक्लास बन चुका है।
संजय अग्रवाल इस उपलब्धि पर कहते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक से यूनिवर्सल बैंक बनने की सैद्धांतिक अनुमति प्राप्त कर हमने इतिहास रच दिया है। यह पड़ाव केवल एक नियामकीय उपलब्धि नहीं है, बल्कि हमारे उद्देश्य, हमारे संयम और हमारे जुनून को और भी मजबूत करता है।