Silver Rate : भारतीयों की चांदी खरीद ने न्यूयॉर्क से लंदन तक लाया भूचाल, चांदी का स्टाक हुआ खत्म
दीपावली पर भारतीयों द्वारा खरीदी गई चांदी ने पूरे विश्व में भूचाल ला दिया। भारत के लोगों ने धरतेरस व दीपावली पर चांदी की इतनी खरीदारी की कि सभी स्टाक खत्म हो गए। भारत में धनतेरस पर 1,000 टन से अधिक चांदी बिकी। रिपोर्ट के मुताबिक इस साल अभूतपूर्व मांग के कारण भारत की सबसे बड़ी सिल्वर रिफाइनरी एमएमटीसी-पीएएमपी पहली बार चांदी के स्टॉक से खाली हो गई। कंपनी के ट्रेडिंग हेड विपिन रैना ने बताया, 27 साल के करियर में ऐसा पागलपन नहीं देखा। मार्केट में चांदी मिल ही नहीं रही। भारत की इस भारी डिमांड ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी असर दिखाया।
लंदन जैसे बड़े ट्रेडिंग हब में बैंकों ने ग्राहकों को भाव बताना तक बंद कर दिया. क्योंकि वहां भी उपलब्ध स्टॉक खत्म हो गया। कई ट्रेडर्स ने इसे पिछले 45 साल का सबसे बड़ा सिल्वर क्राइसिस बताया। चांदी की कीमतें पिछले हफ्ते पहली बार 54 डॉलर प्रति औंस के पार चली गई, लेकिन तुरंत बाद 6.7% तक गिर भी गई। यह दिखाता है कि बाजार बेहद अस्थिर स्थिति में है।
भारत में सामान्य दिनों में जो प्रीमियम प्रति औंस कुछ पैसों का होता था, वह अब 5 डॉलर प्रति औंस (लगभग 4000 रुपए) तक पहुंच गया। रिपोर्ट बताती है कि अगर सप्लाई जल्द सामान्य नहीं हुई तो यह संकट और गहरा सकता है। वहीं अचानक बिकवाली शुरू हुई तो कीमतें उतनी ही तेजी से गिर भी सकती हैं। इससे पहले दुनिया भर में चांदी के बाजार में हाल के दिनों में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। बाजार में चांदी की सप्लाई की कमी के कारण दिक्ततें बढ़ गई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह संकट कृत्रिम नहीं, बल्कि वास्तविक कमी के कारण पैदा हुआ है।
लंदन की हालत पतली
इस साल की शुरुआत में आशंका जताई गई थी कि डॉनल्ड ट्रंप चांदी पर टैरिफ लगा सकते हैं। इसी डर से करीब 200 मिलियन औंस चांदी न्यूयॉर्क के वेयरहाउसों में भेजी गई। इसके अलावा, निवेशकों ने भी सिल्वर ईटीएफ के रूप में इस साल अब तक 100 मिलियन आँस से ज्यादा चांदी खरीदी, जिससे लंदन
के स्टॉक तेजी से खाली होते गए। लंदन में अब मुश्किल से 150 मिलियन औंस 'फ्री फ्लोट' सिल्वर बचा है। यह चांदी वही होती है जो रोजाना ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध रहती है। जबकि लंदन बाजार में रोज लगभग 250 मिलियन औस का लेन-देन होता है। ऐसे में सप्लाई का दबाव तेजी से बढ़ा।
न्यूयॉर्क से लंदन तक चांदी पहुंचाने में लग रहे हफ्ते
आमतौर पर 4 दिन में खरीदी गई चांदी जांच के बाद न्यूयॉर्क से लंदन पहुंचाई जा सकती है। लेकिन कस्टम्स और लॉजिस्टिक्स में देरी होने से कई बार डिलीवरी में हफ्तों लग जाते हैं। इसी वजह से कई ट्रेडर्स डरे हुए हैं कहीं वे डिलीवरी समय पर नहीं कर पाएं तो भारी नुकसान झेलना पड़ेगा।
कुछ राहत मिलनी शुरू, दाम गिरे
पिछले दो हफ्तों में न्यूयॉर्क के कॉमेक्स वेयरहाउस से 20 मिलियन औंस से ज्यादा चांदी निकाली गई, जो 25 साल में सबसे बड़ी गिरावट है। लॉजिस्टिक्स कंपनियों ने भी इस मौके का फायदा उठाते हुए अपने रेट बढ़ा दिए। शुक्रवार को ग्लोबल बाजार में चांदी में 4 से 7% तक की गिरावट आई और भाव 54 डॉलर प्रति औंस से घटकर 51.91 औंस पर आ गया।
इससे धनतेरस पर भारत में प्रति किलो चांदी की कीमतों में 4,000 से 8,000 रुपए तक की गिरावट आई। टीडी सिक्योरिटीज के एनालिस्ट डेनियल घाली का कहना है कि अब बाजार में दबाव कम हो सकता है, क्योंकि न्यूयॉर्क ही नहीं, चीन से भी बड़ी मात्रा में चांदी आने की उम्मीद है।