कच्चे तेल का सबसे बड़ा उत्पादक देश: सऊदी, रूस और ईरान को पीछे छोड़ने वाला नाम जानिए
Crude Oil: दुनिया आज कच्चे तेल पर निर्भर है, और ये कहना गलत नहीं होगा कि आज के समय में कच्चा तेल हर जगह ज़रूरी हो गया है। जैसे-जैसे दुनिया में विकास हो रहा है, वैसे-वैसे कच्चे तेल का उत्पादन और खपत दोनों तेजी से बढ़ रहे हैं। फाइटर जेट्स, गाड़ियां, मशीनें, रॉकेट—इन सभी के लिए कच्चे तेल की जरूरत होती है। और इन चीजों को बनाने के लिए तेल की ज़रूरत होती है। हालांकि इलेक्ट्रिक गाड़ियां आजकल आ गई हैं, फिर भी बहुत सी चीजें अभी भी तेल पर ही चलती हैं।
कच्चा तेल एक प्राकृतिक संसाधन है, जो खनन के बाद रिफाइन करके पेट्रोल, डीजल, केरोसीन और अन्य उत्पादों में बदला जाता है। दुनिया में कई देश कच्चे तेल का उत्पादन करते हैं, लेकिन सवाल ये है कि कच्चे तेल का सबसे बड़ा उत्पादक देश कौन है? अब, ज़्यादातर लोग इस सवाल का जवाब देने के लिए अरब देशों का नाम लेंगे क्योंकि ये देश तेल उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही है।आइए जानते हैं कि कच्चे तेल का सबसे बड़ा उत्पादक कौन है।
कच्चे तेल का सबसे बड़ा उत्पादक
2023 में US एनर्जी इन्फॉर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन (EIA) की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका कच्चे तेल का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। अमेरिका हर दिन 21.91 मिलियन बैरल तेल का उत्पादन करता है। इसके बाद दूसरे नंबर पर सऊदी अरब है, जो हर दिन 11.13 मिलियन बैरल तेल का उत्पादन करता है। तीसरे नंबर पर रूस आता है, जो रोज़ 10.75 मिलियन बैरल तेल उत्पादन करता है।
कनाडा चौथे नंबर पर है, जहाँ हर दिन 5.76 मिलियन बैरल कच्चा तेल उत्पादन होता है। इसके बाद चीन आता है, जो प्रतिदिन 5.26 मिलियन बैरल कच्चा तेल इस्तेमाल करता है। इराक, ब्राज़ील, और UAE भी कच्चे तेल के बड़े उत्पादक देश हैं। ईरान और कुवैत के उत्पादन में भी महत्वपूर्ण हिस्सा है, हालांकि उनका उत्पादन थोड़ा कम है।इन देशों का मिलाकर हर दिन कच्चे तेल का कुल उत्पादन 101.81 मिलियन बैरल के करीब होता है।
कच्चे तेल के सबसे बड़े उपभोक्ता देश
अब, कच्चे तेल के उपभोक्ताओं की बात करें तो यहाँ भी अमेरिका सबसे बड़ा है। अमेरिका हर दिन 20.01 मिलियन बैरल तेल का उपभोग करता है। इसके बाद चीन आता है, जो हर दिन 15.15 मिलियन बैरल तेल खपत करता है। भारत तीसरे नंबर पर है, जहाँ हर दिन 5.05 मिलियन बैरल तेल की खपत होती है।
रूस, सऊदी अरब, जापान, ब्राज़ील, साउथ कोरिया, कनाडा और जर्मनी भी प्रमुख उपभोक्ता देशों में शामिल हैं, जो प्रतिदिन बड़े पैमाने पर कच्चे तेल का उपयोग करते हैं। इस प्रकार, कच्चा तेल दुनिया भर में सबसे महत्वपूर्ण और आवश्यक संसाधन बन चुका है, और इसकी खपत दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है।