{"vars":{"id": "127470:4976"}}

पत्नी की हत्या के आरोप में बंद कैदी ने जेल से 30 लाख चुरा लिए, छूटने के डेढ़ साल बाद पता चला!

आजमगढ़ जेल से एक कैदी ने जेल से 30 लाख रुपए चुराए
 

RNE-SHABD. 
 

चोरी की घटना तो अक्सर सुर्खियों में रहती है मगर एक चोरी ऐसी भी जिसको सुनने के बाद हर कोई हैरान रह जाएगा। हैरान करने वाली चोरी की यह खबर यूपी के आजमगढ़ जिले से आई है जहां एक कैदी लंबे समय से जेल में बंद था। जमानत मिलने के बाद आरोपी ने जेल प्रशासन के कामकाज और चेक पर हस्ताक्षर करने के तरीके को समझकर जेल की बैंक चेकबुक चुरा ली और फर्जी दस्तखत करके लगभग 30 लाख रुपए उड़ा लिए। 
 

जानिए मामला क्या है : 
 

आजमगढ़ जेल प्रशासन इस बात पर हैरान था कि उसके खाते से लगातार रुपए निकल रहे हैं। पुलिस से मिलकर जांच-पड़ताल शुरू की तो चौंकाने वाली बात सामने आई। पता चला कि रामजीत यादव नाम का कैदी अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में Uttar Pradesh की Ajamgadh जेल में बंद था। लगभग 40 वर्ष के रामजीत यादव को 24 मई 2024 को जमानत भी मिल गई। वह जेल से चला गया। दूसरी ओर जेल प्रशासन इस बात से बेखबर था कि उसके खाते से लगातार रुपए निकल रहे हैं।घटना का खुलासा 22 सितंबर को हुआ था जब कैदी ने खाते से 2.60 लाख रुपए निकाले थे। 
 

खुलासा होने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और इस घटना की जांच शुरु हुई जिसमें आरोपी के साथ कुछ और लोगों के शामिल होने की बात सामने आ रही है।
 

जेलकर्मी और अन्य कैदी रहे साथ : 
 

मामले का खुलासा करते हुए आजमगढ़ के सिटी एसपी मधुबन कुमार सिंह ने बताया कि बंदी रामजीत यादव के साथ बंदी शिवशंकर, वरिष्ठ सहायक लेख प्रभारी मुशीर अहमद व चौकीदार अवधेश पांडे के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। पैसा रामजीत यादव के कहते में ट्रांसफर किया गया।

जानिए कौन है रामजीत यादव जिसने सारा खेल रचा : 
 

रामजीत यादव 2011 में अपनी पत्नी अनीता की हत्या के मामले में जेल गया था। उसे साल 2017 में पहली बार जमानत मिली। रामजीत ने नीतू नाम की महिला से दूसरी शादी कर ली। कोर्ट ने उसे पत्नी की हत्या का दोषी मानते हुए सजा सुनाई। इसके बाद रामजीत को जेल के अंदर कामकाज की जिम्मेदारी मिली। इसी दौरान उसने जेल प्रशासन के कामकाज और बैंक चेक पर दस्तखत करने का तरीका समझ लिया। 20 मई 2024 को जब वह जमानत पर जेल से रिहा हुआ, तो उसने अकाउंटेंट के कमरे से केनरा बैंक की चेकबुक चुरा ली। अगले दिन यानी 21 मई 2024 को खाते से 10 हजार रुपए निकाले। 22 मई को 50 हजार रुपए और कुछ दिन बाद 1.40 लाख रुपए खाते से निकाले। इस दौरान जेल प्रशासन को न ही इस चोरी की और न ही चेकबुक चोरी की शिकायत दर्ज कराई गई। आरोपी ने लगभग 18 महीनों तक पैसे निकालते रहा।