Flyover approved : हरियाणा को चंडीगढ़ से जोड़ने वाले फ्लाईओवर की केंद्र सरकार ने दी मंजूरी, 240 करोड़ आएगी लागत
चंडीगढ़ से जीरकपुर रास्ते से हरियाणा और दिल्ली जाने वाले वाहन चालकों के लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार ने आखिर करीब 10 साल के लंबे इंतजार के बाद ट्रिब्यून-जीरकपुर फ्लाईओवर निर्माण को अंतिम मंजूरी दे दी है। भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने टिब्यून फ्लाईओवर को सैधांतिक मंजूरी दी है। इतना ही नहीं इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार ने 240 करोड़ रुपये का बजट भी मंजूर कर दिया है। यूटी प्रशासन ने इस प्रोजेक्ट के लिए संशोधित 243 करोड़ का बजट मांगा था।
जानकारी अनुसार शुक्रवार को नई दिल्ली में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ट्रिब्यून जीरकपुर फ्लाईओवर को लेकर स्टैंडिंग फाइनेंस कमेटी (एसएफसी) की अहम बैठक हुई। यूटी प्रशासन अब प्रोजेक्ट पर जल्द काम शुरू करने की तैयारी में हरियाणा और दिल्ली जाने वाले वाहन चालकों को मिलेगा फायदा कमेटी में सेक्रेटरी स्तर के डिपार्टमेंट आफ इकोनामिक अफेयर्स, नीति आयोग के एडवाइजर, डिपार्टमेंट आफ एक्सपेंडिचर और लीगल अफेयर्स विभाग से सेक्रेटरी स्तर के अधिकारियों ने भाग लिया।
सूत्रों के अनुसार बैठक में मंजूरी को लेकर अगले हफ्ते तक यूटी प्रशासन को निर्देश जारी कर दिए जाएंगे। प्रशासन ने पिछले वर्ष पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट से मंजूरी के बाद ट्रिब्यून फ्लाईओवर का संशोधित बजट अप्रूवल के लिए केंद्र के पास भेजा था। 2016 में प्रशसन ने फ्लाईओवर का प्रपोजल तैयार किया था, लेकिन मामला लंबे समय तक अदालत में लटका रहा।
शहर का पहला फ्लाईओवर सेक्टर 31-32, 29-30 चौक के 100 मीटर आगे से उठेगा। ट्रिब्यून
चौक से होकर रेलवे ब्रिज से पहले नीचे उतरेगा। इसके बाद इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1, हल्लोमाजरा चौक से फ्लाईओवर उठेगा और हल्लोमाजरा लाइट पॉइंट से 600 मीटर आगे नीचे उतरेगा। इसके डिजाइन को मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवेज फरवरी 2019 में मंजूर कर चुका है। इसी डिजाइन को अप्रूवल में शामिल किया गया है। मिनिस्ट्री ने मीटिंग में जनवरी 2017 से जून 2025 तक ट्रिब्यून चौक से जीरकपुर बाउंड्री तक हुए सड़क हादसों की रिपोर्ट मांगी थी। रिपोर्ट मीटिंग में रखी गई, जिसके बाद एस्टीमेट और पुराने डिजाइन को अप्रूव किया गया।