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Haryana-Bihar Bus Service : हरियाणा से बिहार तक होगा एसी बस में सस्ता सफर, इन शहरों से चलेगी बसें 

बिहार सरकार द्वारा दीपावली व छठ पूजा के पास इन एसी बसों में सफर करने वाले बिहार के यात्रियों को टिकट किराये में छूट भी दी जाएगी। जहां पर बिहार सरकार द्वारा 300 रुपये टिकट पर छूट दी जाएगी।
 

हरियाणा से बिहार तक का सफर अब सुहाना होने वाला है। अब हरियाणा में आए हुए बिहार के लोगों को ट्रेन में कंफर्म टिकट का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अब हरियाणा से बिहार तक एसी बस का सीधा सफर कर सकेंगे।

जहां यहा सुहाना सफर होने वाला है और यह सफर सस्ता भी होगा, क्योंकि बिहार सरकार द्वारा दीपावली व छठ पूजा के पास इन एसी बसों में सफर करने वाले बिहार के यात्रियों को टिकट किराये में छूट भी दी जाएगी। जहां पर बिहार सरकार द्वारा 300 रुपये टिकट पर छूट दी जाएगी।

इस सुविधा के लिए बिहार सरकार द्वारा पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड में इंटर-स्टेट बस परिवहन सेवा चला रही है, ताकि त्योहारों के दौरान यात्रियों को बेहतर बस सेवा मिल सके।

हरियाणा के इन शहरों से चलेगी बिहार तक बस 

बिहार सरकार द्वारा चलाई गई एसी बस सेवा हरियाणा के विभिन्न शहरों से चलाई जाएगी। सरकार की तरफ से जारी शेड्यूल के अनुसार यह बस सेवा हरियाणा के गुरुग्राम, पंचकूला, अंबाला, चंडीगढ़, पानीपत से चलाई जाएगी।

वहीं बिहार की बात की जाए तो यह बस सेवा पटना, भागलपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गया और पूर्णिया से सीधे हरियाणा के लिए चलाई जाएगी। बिहार सरकार द्वारा शुरू कि गई यह एसी बस सेवा एक सितंबर से शुरू हो जाएगी। बसों का संचालन 20 सितंबर से 30 नवंबर के बीच में चलाई जाएगी। बिहार सरकार की तरफ से निर्णय लिया है कि यह बस सेवा हर साल चलाई जाएगी। 

किराये में सरकार देगी 300 रुपए तक की सब्सिडी

हरियाणा से बिहार तक जहां सरकार ने एसी बस सेवा को शुरू किया है। इसमें सफर करने वाले बिहार के लोगों को सस्ता किराया हो सके, इसके लिए बिहार सरकार द्वारा प्रत्येक यात्री पर 300 रुपये की सब्सिडी भी दी जाएगी।

सरकार ने निर्णय लिया है पिकी सीजन के दौरान सरकार की तरफ से 150 रुपये व आफ सीजन में 300 रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। बिहार सरकार ने इस सेवा के लिए निजी बस ऑपरेटरों के साथ पांच साल का अनुबंध किया गया है। इससे दूसरे राज्यों से बिहार आने वाली बसों की संख्या और कनेक्टिविटी बढ़ेगी।

35 करोड़ 64 लाख रुपए किए जाएंगे खर्च

बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना से पांच वर्षों के दौरान 35 करोड़ 64 लाख रुपए का खर्च आएगा। योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए 2 प्रतिशत यानी 71 लाख 28 हजार रुपए इमरजेंसी बजट के लिए भी होंगे। जिस पर कुल खर्च 36 करोड़ 35 लाख 28 हजार रुपए खर्च होंगे। वित्तीय वर्ष 2025-26 में इस पर 7 करोड़ 27 लाख 6 हजार रुपए का खर्च बिहार इमरजेंसी फंड से किया जाएगा। 

हरियाणा के इस जिलों में सबसे ज्यादा प्रवासी 

बिहार से प्रत्येक वर्ष काफी संख्या में प्रवासी काम के सिलसिले में हरियाणा आते है। लेकिन जहां पर उद्योगिक क्षेत्र है वहां पर बिहार के लोगों की संख्या ज्यादा है। हरियाणा के इन जिलों में  फरीदाबाद, गुरुग्राम, अंबाला, हिसार, झज्जर, करनाल, कुरुक्षेत्र, पंचकूला, पानीपत, रेवाड़ी, सोनीपत और यमुनानगर शामिल हैं। इन जिलों में बिहार से आने वाली प्रवासी आबादी की संख्या अधिक है।