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तेल की टंकी फुल करके ही चले इस एक्सप्रेस वे पर, 145 किमी तक नहीं मिलेगा कोई पेट्रोल पंप

 

NHIA Updates: नेशनल हाईवे अथोरिटी ने दिसंबर-2024 में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे कोटा से लबान के बीच ट्रैफिक के लिए खोला जा चुका है। कोटा से भी हर दिन हजारों वाहन पहले लबान तक व इसके बाद मुई-भगवतगढ़ (सवाई माधोपुर) से दिल्ली तक आ-जा रहे हैं। आप अपने वाहन से दिल्ली आते-जाते हैं तो यह खबर आपको पढ़ लेनी चाहिए, ताकि एक्सप्रेस-वे पर आपको कोई परेशानी नहीं हो।

दरअसल, एनएचएआई को एक्सप्रेस-वे पर हर 100 किलोमीटर पर रेस्ट एरिया, रेस्टोरेंट व पेट्रोल पंप की सुविधा उपलब्ध करानी थी। लेकिन कोटा से भगवतगढ़ के बीच करीब 6 से 8 महीने इन सारी सुविधाओं का इंतजार करना होगा। 

इस भाग में कुछ सुविधा केंद्र (एमिनिटीज) तैयार नहीं हुए तो कुछ जगह के लिए अभी टेंडर प्रक्रिया में हैं। कोटा से जा रहे वाहनों चालकों को एक्सप्रेस वे पर चढ़ने से पहले ईंधन, मेडिकल व अन्य सुविधाओं की व्यवस्था करके चलना चाहिए।

कोटा में 4 जगह दोनों तरफ होंगी एमिनिटीज, सभी टेंडर प्रक्रिया में

एक्सप्रेस-वे पर एनएचयूआई की कोटा यूनिट के अधीन कुल 8 एमिनिटीज बननी हैं। ये चेचट, मंडाना, कल्याणपुरा व बूंदी के बिशनपुरा में सड़क के दोनों तरफ आमने सामने होंगी। चेचट व मंडाना में निर्माण कार्य लगभग हो चुका है। बिशनपुरा तथा कल्याणपुरा में काफी काम बाकी है। एनएचएआई की मैनेजमेंट विंग, राष्ट्रीय राजमार्ग रसद प्रबंध लिमिटेड (एनएचएलएमएल) ने टेंडर के लिए कंपनियों को आमंत्रित किया है। पेट्रोल पंप के लिए स्थानीय प्रशासन से एनओसी के लिए आवेदन किया हुआ है।

अभी कोटा से 145 किमी बाद भगवतगढ़ के आगे सुविधाएं

एक्सप्रेस-वे कोटा से लबान के बीच ट्रैफिक के लिए खुल चुका है। लबान से सवाई माधोपुर तक तीन महीने में ट्रैफिक शुरू हो जाएगा। इसके बाद कोटा से दिल्ली तक सीधी म कनेक्टिविटी हो जाएगी। 

कोटा से भगवतगढ़ करीब 145 किलोमीटर है। वाहन चालकों को एक्सप्रेस-वे पर सफर करने के लिए लालसोट तक ईंधन, मेडिकल व अन्य सुविधाओं के लिए पहले ही व्यवस्था करनी होगी। क्योंकि कोटा से एक्सप्रेस-वे पर चढ़ने के बाद लालसोट जाकर ही पेट्रोल व अन्य सुविधाएं मिल पाएंगी।