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किसानों को बिचौलियों से मिलेगा छुटकारा, अब ऐप के माध्यम से बिकेगी फसल 

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के इंक्यूबेशन सेंटर ने तैयार किया फसल बाजार एप
 

कृषि विभाग द्वारा किसानों की सुविधा के लिए योजनाओं को लागू किया जा रहा है। जहां किसानों को उत्पादन बढ़ाने के लिए कदम उठाए जा रहे है, वहीं किसानों की फसल का उचित भाव मिले इसके लिए नए कदम उठाए जा रहे है। इसी कृडी में कृषि विभाग ने ऐसा ऐप लांच किया है, जिसके बाद किसान अपनी उपज बिचौलियों को औने-पौने दाम पर बेचने की मजबूरी नहीं होगी।

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के इंक्यूबेशन सेंटर के सहयोग से तैयार किए गए 'फसल बाजार' एप ने इस समस्या का समाधान कर दिया है। यह एप किसानों को सीधे ग्राहकों से जोड़कर उनकी उपज का उचित मूल्य दिलवाने में मदद कर रहा है, जिससे बिचौलियों की भूमिका खत्म हो रही है। यह बदलाव प्रगतिशील किसान कुलदीप पटेल के नवाचार का परिणाम है। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के कुलदीप पटेल ने एमएससी एग्रोनामी की डिग्री लेने के बाद कृषि के साथ इससे जुड़े उद्यम में भी हाथ आजमाया।

बताते हैं कि उन्होंने किसानों की समस्याओं को समझा। 2018 में एप के जरिए सीधे फसल बेचने का विकल्प दिया। इस एप को उपयोग करने के बारे में भी किसानों को जागरूक किया। अब तक पांच हजार लोग इसे डाउनलोड कर चुके हैं। किसान अपनी फसल जिसमें अनाज के साथ ही फल सब्जियां भी होती हैं उन्हें एप पर अपलोड कर देते हैं। फसल एप के माध्यम से ग्राहक सीधे किसान से उत्पाद खरीद लेता है।

धमतरी जिले के ग्राम परसवानी के किसान गजेंद्र चंद्रकार चार वर्ष से इस एप से जुड़े हैं। अब उनकी धान की फसल पुणे, नासिक आदि शहरों में पहुंचने लगी है। वह 80 रुपये से लेकर 250 रुपये प्रति किलो का चावल बेचते हैं। ग्राहक तक उत्पाद पहुंचाने के लिए रायपुर, बिलासपुर समेत पांच जिलों में 48 किसान सेंटर बनाए गए हैं। अभी एप के जरिए रायपुर, दुर्ग और भिलाई जैसे क्षेत्रों के किसानों व ग्राहकों को जोड़ा गया है। उत्पादों की पैकेजिंग पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

गंवई नाम से तीन स्टोर खोले

कृषि उत्पाद बेचने के लिए रायपुर शहर में गंवई नाम से तीन स्टोर है। अलग-अलग क्षेत्र में 35 दुकानों से समझौता भी है जो किसानों के उत्पाद को बेच रहे हैं। दुर्ग-भिलाई में भी 12 दुकानों से टाइअप किया है। यह ई कामर्स प्लेटफार्मों पर भी उपलब्ध है। इस एप के कारण बिना बिचौलिए के किसान अच्छी कीमत पर अपने उत्पाद सीधे ग्राहक तक पहुंचा सके इसके लिए एक सप्लाई चेन तैयार हो गई है।