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फास्टैग ने सरकार का भर दिया खजाना, टोल संग्रह 19.60 प्रतिशत बढ़ा

पहली तिमाही में 19.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई
 

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिरकण द्वारा देश के विभिन्न राज्यों में बनाए गए नेशनल हाईवे के चलते टोल टैक्स  में वृद्धि हुई। जहां पर इस बार टोल टैक्स की वसूली के मामले में केंद्र व राज्य सरकार के खजाने को भरने का काम किया है।  इसके लिए टोल टैक्स की बात की जाए तो पहली तिमाही में 19.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हालांकि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिरकण की तरफ से टोल टैक्स को लेकर 15 अगस्त को नई पालिसी लेकर आ रहा है। जहां पर सालाना तीन हजार रुपये में टोल टैक्स देने की योजना बनाई है। इस योजना से  केंद्र सरकार के खाते में एक साथ ही मोटी राशि आने वाली है। 

राष्ट्रीय इलेक्ट्रानिक टोल संग्रह (एनईटीसी) के मुताबिक, 2025-26 की पहली तिमाही में फास्टैग के माध्यम से राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल संग्रह 19.6 प्रतिशत बढ़कर 20,681.87 करोड़ रुपये हो गया। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के दौरान टोल यूजर की संख्या भी 16.2 प्रतिशत बढ़कर 1,17.3 करोड़ हो गई जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 100.98 करोड़ थी। 

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिरकण (एनएचएआइ) ने एक अप्रैल, 2025 से देशभर के राजमार्ग खंडों पर टोल शुल्क में औसतन 4-5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार 15 अगस्त से निजी वाहनों के लिए 3,000 रुपये की कीमत वाला फास्टैग-आधारित वार्षिक पास जारी करेगी। यह परेशानी मुक्त राजमार्ग यात्रा की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।