Ban on Fishing : राजस्थान में ढाई महीनों तक मछली मारने पर रोक क्योंकि इस वक्त गर्भवती होती है मछलियां
वर्षा ऋतु में मछलियों के प्रजनन को ध्यान में रखते Fishing Ban
RNE Jaipur.
राजस्थान में ढाई महीनों तक मछलियों को बेचने, मारने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इतना ही नहीं प्रतिबंध तोड़कर चोरी-छिपे बेचने के लिए ले जाई जा रही मछलियों से भरी एक गाड़ी जब्त भी की गई है। इस गाड़ी में 1200 किलो मछलियां बरामद हुई है। इन्हें गड्ढा खोदकर दफन कर दिया गया है।
मत्स्य विभाग की टीम ने 1200 किलो मछलियों से भरी पिकअप को किया जब्त :
मत्स्य पालन विभाग की निदेशक संचिता विश्नोई ने बताया कि मत्स्य पालन विभाग के निरीक्षण की कार्यवाही में विभाग की ओर से गठित निरीक्षण दल ने मछलियों से भरी पिकअप वाहन को जब्त किया है। इसमें 1200 किलो मछलियां अवैध रूप से निषेध अवधि के दौरान विक्रय के लिए ले जाई जा रही थीं। निरीक्षण दल ने तत्काल प्रभाव से इन मछलियों को गड्ढे में दफन कर निस्तारित कर दिया। उन्होंने बताया कि इस निषेध ऋतु में विभाग की यह पहली जब्ती कार्रवाई है।
16 जून से 31 अगस्त मछली मारने पर रोक :
निदेशक विश्नोई ने बताया कि राज्य सरकार ने वर्षा ऋतु के दौरान मछली मारने पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए हैं, जिसकी अनुपालना में मत्स्य पालन विभाग ने 16 जून से 31 अगस्त तक स्वच्छ जलाशयों की मछलियों के विक्रय, वस्तु विनिमय के प्रस्थापन अथवा अभिदर्शन पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया है तथा उल्लंघनकर्ताओं के विरूद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की भी जाएगी।
वर्षा ऋतु में मछलियां प्रजनन करती है!
दरअसल वर्षा ऋतु में मछलियों के प्रजनन को ध्यान में रखते हुए तथा उन्हें संरक्षण देने के उद्देश्य से हर साल वर्षा ऋतु के दौरान मत्स्याखेट पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक वर्षा ऋतु मछलियों के प्रजनन के लिए एक महत्वपूर्ण समय होता है। इस दौरान, बारिश के कारण पानी के स्तर में वृद्धि होती है और तापमान में बदलाव होता है, जो मछलियों को प्रजनन के लिए प्रेरित करता है। कई मछलियां वर्षा ऋतु में ही अंडे देती हैं या बच्चे पैदा करती हैं।
वर्षा ऋतु में मछलियों के प्रजनन के कुछ प्रमुख कारण:
- पानी की उपलब्धता: वर्षा ऋतु में नदियों, तालाबों और झीलों में पानी की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे मछलियों को प्रजनन के लिए पर्याप्त स्थान मिल जाता है।
- तापमान में बदलाव: वर्षा ऋतु में तापमान में बदलाव भी मछलियों के प्रजनन को प्रभावित करता है। कुछ मछलियां ठंडे पानी में प्रजनन करना पसंद करती हैं, जबकि कुछ गर्म पानी में।
- भोजन की उपलब्धता: वर्षा ऋतु में, बारिश के साथ-साथ पोषक तत्व भी पानी में घुल जाते हैं, जिससे पानी में भोजन की उपलब्धता बढ़ जाती है। यह मछलियों को प्रजनन के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान करता है।
- प्रजनन के लिए अनुकूल वातावरण: वर्षा ऋतु में, पानी में ऑक्सीजन का स्तर भी बढ़ जाता है, जो मछलियों के अंडों और बच्चों के विकास के लिए आवश्यक है।