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हरियाणा के यह अधिकारी, कर्मचारी होंगे खुड्डे लाइन, सरकार ने जारी किए आदेश 

कर्मचारियों की सरकार द्वारा कुंडील बना ली है
 

हरियाणा सरकार कर्मचारियों से सख्ती से पेश आ रही है। हरियाणा सरकार का फोकस उस कर्मचारियों पर है जो कामचोर है और भ्रष्टाचार में संलिप्त रहते है। ऐसे कर्मचारियों की सरकार द्वारा कुंडील बना ली है और कुछ विभागों के कर्मचारियों के रिकार्ड देखने के लिए सरकार का तंत्र लगा हुआ।

अगर कोई कर्मचारी भ्रष्टाचार में शामिल है तो सरकार उस अधिकारी व कर्मचारी को खुड्डे लाइन करने का काम करेगी यानी उसको महत्वपूर्ण सीट से वंचित रखा जाएगा। सरकार ने अंतरिम तौर पर आदेश जारी कर दिए है और कहा कि हरियाणा में सरकारी विभागों, बोर्ड-निगमों और विश्वविद्यालयों में संवेदनशील पदों पर नियुक्त सभी अनुबंधित कर्मचारियों को हटाकर दूसरी जगह लगाया जाएगा। वित्त और मानव संसाधन से जुड़े सभी पदों पर केवल पक्के कर्मचारी और अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।

पब्लिक डीलिंग और संवेदनशील पदों पर कच्चे कर्मचारियों को लगाने से भ्रष्टाचार की बढ़ रही शिकायतों को प्रदेश सरकार ने गंभीरता से लिया है। मुख्य सचिव के अधीनस्थ मानव संसाधन विभाग ने सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों, बोर्ड-निगमों के प्रबंध निदेशक वित्त और मानव संसाधन से जुड़े सभी पदों पर नियुक्त किए जाएंगे।

पक्के कर्मी और अधिकारी पब्लिक डीलिंग और संवेदनशील पदों पर कच्चे कर्मचारियों की कार्यप्रणाली थी संदेह के घेरे में और मुख्य प्रशासक, मंडलायुक्तों, उपायुक्तों और सभी विश्वविद्यालयों के रजिस्ट्रार को संवेदनशील पदों की पहचान कर नियमित कर्मचारियों की तैनाती करने के निर्देश दिए हैं। 

लिखित आदेशों में कहा गया है कि 13 अगस्त 2021 को जारी निर्देश के अनुसार संवेदनशील और वित्तीय मामलों से संबंधित पदों का प्रभार केवल नियमित कर्मचारियों को सौंपा जाना चाहिए। किसी भी स्थिति में संविदा कर्मचारियों को इन पदों पर नहीं लगाया जाए। मानव संसाधन और लेखा का कार्य सभी विभागों और संगठनों का मुख्य महत्वपूर्ण कार्य है। 

इसके बावजूद विभिन्न स्थानों पर अब भी संवेदनशील पदों पर अनुबंध के आधार पर तैनात व्यक्तियों को लगाया जा रहा है जो सरकारी निर्देशों का उल्लंघन है। मानव संसाधन और लेखा से संबंधित सभी शाखाओं से संविदा कर्मचारियों को हटाकर नियमित आधार पर काम करने वाले ग्रुप ए, बी, सी और समकक्ष कर्मचारियों को सौंपा जाए।