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महादेव सट्टा एप के तार जुड़े राजस्थान से, जयपुर के होटल पर छापेमारी 

 ईडी की जांच में जयपुर के कुकास क्षेत्र में स्थित होटल फेयरमाउंट पर छापा मारा
 

ईडी द्वारा की जा रही जांच में महादेव सट्टा एप के तार राजस्थान के जयपुर से जुड़े है। जहां पर ईडी की टीम ने दो जुलाई को होटल पर छापेमारी की और वहां से अहम सबूत जुटाए। आपको बता दे कि महादेव सट्टा एप से जुड़े करीब 40 हजार करोड़ रुपये के सट्टेबाजी घोटाला हुआ है। ईडी की जांच में जयपुर के कुकास क्षेत्र में स्थित होटल फेयरमाउंट पर छापा मारा।

ईडी के सूत्रों के अनुसार एजेंसी को गोपनीय सूचना मिली थी कि सट्टा एप से जुड़े कई व्यक्ति शादी में शामिल होने के लिए होटल में ठहरे हुए हैं। टीम ने संदिग्धों को पीएमएलए के तहत पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। बता दें कि एप के मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल विदेश में है।

महादेव सट्टा एप मामले में छत्तीसगढ़ की ईडी टीम ने इसके पहले 16 अप्रैल को भी जयपुर में ड्राइफ्रूट के व्यापारी भरत दाधीच के ठिकानों पर छापा मारा था। इसी के साथ एप से जुड़े 60 लोगों के ठिकानों पर राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में एक साथ छापेमारी की गई थी। उस दौरान ईडी को जयपुर से मनी लांड्रिंग, क्रिप्टो करेंसी और शेल कंपनियों से जुड़े कई सबूत मिले थे।

उल्लेखनीय है कि महादेव एप के जरिए दुबई से अवैध आनलाइन सट्टेबाजी का कारोबार संचालित हो रहा था, जिसमें पोकर्स, चांस गेम्स, कार्ड गेम्स के अलावा क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस और फुटबाल जैसे खेलों पर भी दांव लगाए जाते थे। मामले में अब तक छत्तीसगढ़ में 180 से अधिक एफआइआर दर्ज की जा चुकी हैं।

दो हजार से अधिक आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। जांच एजेंसियों ने 2,000 से अधिक बैंक खाते फ्रीज किए हैं, जिनमें करोड़ों का लेनदेन हुआ। ईडी ने 2023 में मनी लांड्रिंग और हवाला का केस दर्ज किया। इसके तहत 3.29 करोड़ रुपये जब्त और 573 करोड़ से अधिक के बांड व डीमैट खाते फ्रीज किए गए।

एसीबी और ईओडब्ल्यू ने भी इस साल चार मार्च को जालसाजी और साजिश का केस दर्ज किया। छत्तीसगढ़ सरकार ने घोटाले की जांच सीबीआइ को सौंप दी है। नवंबर 2023 में ईडी ने आरोप लगाया था कि एप के प्रमोटर सौरभ व रवि ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी।