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टैगोर की हाथ से लिखी चिट्ठियां अब नीलाम होगी, ऑनलाइन इन चिट्ठियों को नीलाम किया जायेगा, धरोहर है ये

 

RNE Network.

भारतीय साहित्य में रवींद्र नाथ टैगोर को ' गुरु ' के नाम से पहचाना जाता है। उन्हें हर रचनाकार गुरुदेव के नाम से आज भी संबोधित करता है। उनको साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार मिला था। उनकी कालजयी कृति ' गीतांजलि ' आज भी शाश्वत है। वे बंगाल में घर घर पूजे जाते है। 
 

गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगौर भारतीय चिंतन व दर्शन के बड़े प्रणेता माने जाते है। उनकी गीतांजलि का अनुवाद भारत की लगभग हर भाषा में हुआ है। अब उन्हीं गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर की हाथ से लिखी चिट्ठियां नीलाम की जायेगी।
 

नीलामी संस्था अष्टगुरु की ओर से 26 व 27 जून को होने वाली ऑनलाइन नीलामी में गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर की 35 हस्तलिखित चिट्ठियां नीलाम होगी। इनमें एमएफ हुसैन की पेंटिंग भी शामिल है।