तृतीय श्रेणी शिक्षक पुरानी वरीयता पर तबादला चाहते है, मंत्री बोले, तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले की बात एक बार फिर उलझी
RNE Special.
सात साल से तबादलों का इंतजार कर रहे तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले की बात एक बार फिर उलझती दिख रही है। इन शिक्षकों को इस बार भी तबादले मिलने की संभावना अब धूमिल होती दिख रही है। पहले वसुंधरा सरकार, फिर अशोक गहलोत सरकार ने इन शिक्षकों को आश्वासन तो खूब दिए पर तबादले नहीं किये। भजनलाल सरकार को आये डेढ़ साल हो गया, मगर अब भी उनको राहत नहीं मिली है। शिक्षा विभाग में जल्द ही तबादले होने है, प्रतिबंध हटेगा। मगर उसमें भी तृतीय श्रेणी शिक्षकों को तबादले का लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा।
कल लक्ष्मणगढ़ की यात्रा के दौरान शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि शिक्षकों का जिला बदलते ही वरीयता भी समाप्त हो जाती है, इस कारण ही तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले नहीं हो रहे है। उन्होंने कहा कि जिला बदलते ही शिक्षकों की वरीयता भी समाप्त हो जाती है। इसलिए ज्यादातर शिक्षक चाहते है कि उनकी वरीयता भी पुरानी रहे और तबादला भी हो जाये। उन्होंने कहा कि सरकार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के मामले में पूरी तरह संवेदनशील है और जल्द ही कोई सकारात्मक फैसला लेंगे।