Diwali : दीपावली पर वृष, तुला व कुंभ लग्न का बन रहा दुर्लभ संयोग, लक्ष्मी होगी खुश
दीपावली 20 को है या 21 को मनाएं। ये उलझन हर व्यक्ति के मन में बनी हुई है। यदि ज्योतिष शास्त्र और हिंदू पंचांग को देखे तो प्रतिवर्ष कार्तिक माह के अमावस्या तिथि को ही दिवाली का पर्व मनाया जाता है। ऐसे में इस वर्ष भी अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर को दोपहर 2:32 से शुरू होकर 21 अक्टूबर को 4:26 तक रहेगी। ऐसी स्थिति में 20 अक्टूबर यानी कि सोमवार के दिन ही दिवाली मनाई जाएगी।
पंडित सुशील शास्त्री ने बताया कि ज्योतिष गणना के अनुसार इस बार के दीपावली में कई वर्षों बाद अद्भुत संयोग भी देखने को मिल रहा है। उस संयोग में पूजा करने से कई गुना फल की प्राप्ति भी होगी।
दिवाली के दिन नक्षत्र का दिव्य संयोग होता है, तभी यह पर्व भी मनाया जाता है। लेकिन इस बार दिवाली में कई दुर्लभ सयोग का निर्माण भी हो रहा है, जिसमें वृष लग्न, तुला लग्न, कुंभलग्न का दुर्लभ संयोग बन रहा हैं, जिससे दिवाली कई मायने से बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। ग्रहों के
लग्न में पूजा आराधना करने से महालक्ष्मी होती हैं बेहद प्रसन्न
दिवाली के दिन कुंभ लग्न 2:09 से लेकर 3:40 तक रहेगा तो दूसरी तरफ वृषभ लग्न शाम 6:51 से लेकर रात 8:48 तक रहेगा। तुला लग्न मध्य रात्रि 1:19 से लेकर 3:33 तक रहेगा। दिवाली के दिन इस लग्न में पूजा आराधना करने से महालक्ष्मी बेहद प्रसन्न होती है, जिससे सभी मनोकामना पूरी होती है। सामान्यत तौर पर दिवाली की रात वृषभ लग्न होता है, जिसमें सभी महालक्ष्मी की पूजा करते हैं।
सिंह लग्न मध्य रात्रि 1:19 से 3:33 बजे के बीच आता है। इस समय घनी रात्रि रहती है। अमावस्या और सिंह लग्न यानी सोने पर सुहागा यह विशेष लाभदायक होता है। दिव्य संयोग से इस बार की दीपावली बहुत दिव्य हो रही है। इस दिन अगर भगवती लक्ष्मी के सम्मुख चौमुखी दीपक जलाकर पूजा आराधना किया जाए तो कई गुना फल की प्राप्ति होगी।