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चेस महिला विश्व कप फाइनल : दिव्या देशमुख ने हमवतन कोनेरू हम्पी को दी मात, भारत की चौथी महिला ग्रैंडमास्टर बनी

 

 RNE Network.

आरएनई, नेटवर्क। मात्र 19 साल की उम्र में दिव्या ने देश का नाम रोशन किया है। दिव्य ने अपनी साथी प्रतिद्वंद्वी कोनेरू हम्पी को मात देकर फीडे वीमेंस विश्व कप का खिताब अपनी झोली में डाला है।

मैच जीतने के साथ ही दिव्या देश की पहली महिला विश्व चैंपियन बन गई है। मुकाबले में रोमांचक टक्कर के साथ दोनों क्लासिकल मैच ड्रॉ रहे एवं अंतिम निर्णय ट्राई ब्रेकर में हुआ। इसी के साथ ही दिव्या ने देश की चौथी महिला ग्रैंडमास्टर और दुनिया की 88 वीं ग्रैंडमास्टर बनने का गौरव प्राप्त किया है।