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दोनों गठबंधन सीट शेयरिंग फार्मूला तय करने में लगे, महागठबन्धन में ज्यादा तकरार नहीं, एनडीए में खींचतान

कांग्रेस ने अपनी तैयारी शुरू की, बड़े नेता उतरे
आरजेडी के लिए लालू भी हुए सक्रिय
जेडीयू भी चुनावी जंग की तैयारी में
 

अभिषेक आचार्य

RNE SPECIAL.
 

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी शतरंज बिछ गई है और सभी राजनीतिक दलों ने अपने मोहरे हाथों में निकाल लिए है। ताकि खाली खाली घर मिलते ही अपने मोहरे को वहां टिका सके।
 

बिहार में मुख्य रूप से चुनावी जंग सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन व महागठबन्धन के बीच है। इन दोनों का खेल बिगाड़ने का काम प्रशांत किशोर की पार्टी करने में लगी है। जिसने 21 उम्मीदवार घोषित कर धावा भी बोल दिया है। आप ने भी एक सूची जारी कर दी है। चुनावी गर्मी बिहार में परवान पर है।
 

सीट शेयरिंग में लगे है गठबंधन:
 

दोनों गठबंधनों का पहला लक्ष्य सीट शेयरिंग तय करना है। क्योंकि आधी लड़ाई तो इससे ही जीती जाएगी। दोनों गठबंधनों में दलों की संख्या कोई कम नहीं है, इस कारण सीटों का बंटवारा इतना आसान भी नहीं है। सब को संतुष्ट किये बिना आगे बढ़ना सम्भव ही नहीं है। सूत्र बताते है कि महागठबन्धन में सीट शेयरिंग का फार्मूला तय हो गया है, अंतिम रूप मिलना बाकी है। एनडीए में अभी भाजपा व जेडीयू सहयोगी दलों को मनाने में लगे हुए है।
 

एनडीए में ज्यादा हो रही खींचतान:
 

एनडीए में कुछ ज्यादा ही खींचतान हो रही है। चिराग पासवान, जीतनराम मांझी व उपेंद्र कुशवाहा जितनी सीटें अपने लिए मांग रहे है, उतनी देना संभव नहीं। इस कारण उनको राजी करने के प्रयास किये जा रहे है।
वहीं महागठबन्धन में भी पशुपति पारस को 3 सीटें ऑफर की गई है, मगर वे इससे संतुष्ट नहीं है। अब तक वे अलग राह चलने की धमकी दे रहे है। तेजस्वी यादव उनको मनाने का पूरा प्रयास कर रहे है।

 

कांग्रेस कर रही प्रत्याशियों का चयन:
 

इन सबसे दूर कांग्रेस अपने को मिली सीटों पर प्रत्याशी चयनित करने में लग गयी है। उसे 53 से 58 के बीच सीटें मिलनी है। दिल्ली में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हो गयी। बताते है 20 से अधिक सीटों पर उम्मीदवार तय भी कर लिए गए है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार व शकील अहमद की सीटें तय हो गयी है।
 

कांग्रेस के बड़े नेता उतरे:
 

बिहार चुनाव के लिए कांग्रेस के बड़े नेता जमीन पर उतर गए है। कल ऑब्जर्वर अशोक गहलोत व भूपेश बघेल बिहार पहुंच गए और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनावी शंखनाद फूंक दिया है। जिलों के प्रभारी नेता भी अपने अपने इलाके के लिए रवाना हो गए है।
 

लालू खुद उतरे मैदान में:
 

पार्टी व गठबन्धन में सीट शेयरिंग व उम्मीदवार चयन में असंतोष न हो, इस वजह से लालू प्रसाद यादव खुद मैदान में उतर गए है। उम्मीदवार चयन की बैठकों में वे खुद भाग ले रहे है। उसका असर भी दिखने लगा है। जेडीयू भी अब पूरी तरह से चुनावी रंगत में आ गयी है