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कांग्रेस निकाय चुनाव में युवाओं पर लगायेगी दाव
 

50 फीसदी टिकट युवाओं को देने का निर्णय हुआ
एग्रेसिव होकर कांग्रेस लगेगी इस बार स्थानीय निकाय चुनाव
बीकानेर में भी युवाओं की तलाश भीतर ही भीतर शुरू
जल्द ही अब संगठन का ढांचा भी खड़ा होगा, बदलाव की उलटी गिनती
 

अभिषेक आचार्य

RNE Special.


राजस्थान में एक तरह से स्थानीय निकाय के चुनावों का बिगुल बज गया है। स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कह दिया कि अक्टूबर - नवम्बर तक स्थानीय निकायों के चुनाव करा लिए जाएंगे। उनके इस बयान के बाद स्थानीय सरकार के लिए हलचल तेज हो गई है।
 

स्थानीय निकाय चुनाव एक तरह से सरकार के खिलाफ जनमत होता है। इस कारण भाजपा व कांग्रेस इसमें अपनी पूरी शक्ति झोंकते है। शहरी वोटर पर वैसे भी भाजपा का अधिक प्रभाव रहता है मगर भाजपा हमेशा आपसी टकराहट का शिकार होकर पिछड़ती है। इस बार के स्थानीय निकाय चुनावों में करारी टक्कर होने की संभावना अभी से लग रही है।
 

पार्टी अध्यक्ष की घोषणा:
 

पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा ने मंत्री झाबर सिंह खर्रा का बयान आते ही मीडिया को कह दिया कि इस बार कांग्रेस निकाय चुनाव में 50 फीसदी टिकट युवाओं को देगी। जिनमें समर्पित युवक व महिलाएं शामिल होंगे। उनका कहना था पार्टी नेता राहुल गांधी ने युवाओं को आगे लाने का स्पष्ट निर्देश दिया हुआ है।
 

एग्रेसिव चुनाव लड़ेगी कांग्रेस:
 

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सरकार तो नहीं बना सकी मगर 70 से अधिक सीटें लाकर उसने यह साबित कर दिया कि वो राज्य में कमजोर नहीं है। एग्रेसिव होने के कारण ही लोकसभा चुनाव में कांग्रेस व इंडिया गठबंधन को 25 में से 11 सीट मिल गई। जबकि इससे पहले के दो लोकसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं मिली थी।
 

डोटासरा ने साफ संकेत दिया कि निकाय चुनाव भी एग्रेसिव होकर लड़ा जायेगा। उन्होंने विधानसभा वार समन्वयकों की बैठक की और युवाओं को तरजीह की बात कही। बैठक में जब 20 ब्लॉक अध्यक्ष के समन्वयक को कोपरेट न करने की रिपोर्ट मिली तो सीधे ही उन 20 ब्लॉक अध्यक्ष को नोटिस दे दिया। जो इस बात का संकेत है कि निकाय चुनाव में कांग्रेस एग्रेसिव रहेगी।
 

बीकानेर में भी ढांचा जल्दी बदलेगा:
 

अब कांग्रेस संगठन में बदलाव के काम को भी गति से करेगी। निकाय चुनाव होने के कारण जहां जहां जिलाध्यक्ष बदले जाने है, वहां तुरंत बदलाव की कसरत आरंभ हो गई है। बीकानेर शहर में भी जल्द ही संगठन के बदलाव का काम पूरा होगा।
 

युवाओं की तलाश भी शुरू:
 

बीकानेर नगर निगम चुनाव के लिए कांग्रेस ने अभी से वार्डों के लिए युवाओं की तलाश आरम्भ कर दी है। जिसे एक दृष्टि से सर्वे कहे तो उचित होगा। बड़े नेताओं की भी इस काम में राय ली जा रही है। कांग्रेस ने इस बार भाजपा से पहले निकाय चुनाव को लेकर वर्किंग आरम्भ की है।
 

पहले भाजपा को बहुमत नहीं मिला :
 

पिछले निगम चुनाव में भाजपा ने अपना महापौर बनाया, मगर उसे बहुमत नहीं मिला था। निर्दलीयों के सहयोग से भाजपा चुनाव जीती थी। कांग्रेस गुटबाजी में उलझी थी इस वजह से पिछड़ गई। भाजपा को इस बार ज्यादा गंभीरता से चुनाव लड़ना पड़ेगा तभी वह सार्थक परिणाम प्राप्त कर सकेगी। कांग्रेस को भी गुटबाजी से उबरना होगा।